उदयपुर। बैंकाक में हुए विश्व संस्कृत सम्मेलन में राजस्थान विद्यापीठ में संस्कृकत विभाग के अध्युक्ष योगाचार्य डॉ. धीरज प्रकाश जोशी को ‘‘रामायण द्वारा विश्व व्याप्त आतंकवाद का उन्मुलन : समालोचनात्मक अध्ययन‘‘ विषयक पत्रवाचन पर सम्माेनित किया गया।
सम्मेललन शिल्पाकॉर्न विश्वविद्यालय, बैंकॉक एवं ‘इन्टरनेशनल एसोसेशन ऑफ संस्कृत स्टडीज के तत्वावधान में बैंकॉक में हुआ था। उन्होंने बताया कि चीनी कहावत ‘एक को मारो और हजार को डराओ‘ की अवधारणा पर आधारित आतंकवाद का उन्मूलन श्रीराम द्वारा रावण के आतंकवाद उन्मूलनार्थ उपायों को समसामयिक रूप में पुनः अपनाने से सम्भव है। उन्होंने अपने शोध-पत्र में आतंकवाद उन्मुलन के उपायों को विस्तार से समझाया। योगाचार्य डॉ. जोशी ने सम्मेलन के प्रतिभागियों के लिए प्रातः काल में योग की कक्षा भी ली जिसमें आसन, प्राणायाम व ध्यान करवाया गया, जिसे सभी प्रतियोगियों ने सराहा व लाभ उठाया व श्रेष्ठ पत्र वाचन का सम्मान भी किया गया। 16वें विश्वसंस्कृत सम्मेलन में 60 देशों के लगभग 500 प्रतिभागियों ने भाग लिया।