उदयपुर। उदयपुर-राजसमंद जिले के ऐतिहासिक अध्ययन एवं पुरातात्विक सर्वेक्षणविषय पर घनश्याम सिंह परिहार (भीण्डर) को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय ने पीएचडी प्रदान की।
उन्होंने डॉ. ललित पाण्डेय के निर्देशन में कार्य किया। अपने अध्ययन में अनेक नवीन पुरास्थलों की जानकारी प्रदान की है जिसमें उदयपुर और राजसंमद जिले के ताम्र पाषाण एवं ऐतिहासिक काल पर नवीन तथ्य सामने लाये है। उक्त शोध अध्ययन से यह प्रमाणित करने का प्रयत्न किया गया। मेवाड़ के इन दोनो जिलों में पाषाण काल प्रारम्भ से आधुनिक काल तक सांस्कृतिक निरन्तरता थी जो इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण विशिष्टता है।