तृतीय श्रेणी शिक्षक था मास्टर माइंड
राजस्थान कनिष्ठ लेखाकार परीक्षा में नकल का मामला
उदयपुर। राजस्थान कनिष्ठ लेखाकार परीक्षा में अभ्यर्थियों को नकल करवाने वाले गिरोह का मास्टर माइंड उदयपुर में तृतीय श्रेणी अध्यापक के रूप में कार्यरत था और यहीं पर रहकर वह बाड़मेर में रहने वाले अपने एक मास्टर माइंड के साथ मिलकर यह गिरोह ऑपरेट करता था।
इसी तरह हिरणमगरी पुलिस के पकड़ में आए दूसरे गिरोह का मास्टरमाइंड भी इसी तरह से नकल करवाने में पकड़ में आ चुका है। दोनों ही गिरोह के मास्टरमाइंड फरार हैं। पुलिस ने इस मामले में आठ आरोपियों को नामजद किया है।
उल्ले खनीय है कि उदयपुर पुलिस ने राजस्थान कनिष्ठ लेखाकार परीक्षा में नकल करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया जिसमें पुलिस ने कार्यवाही कर गोगुन्दा में दो आरोपी भाटिपा जालौर निवासी भागीरथ विश्नोई पुत्र मोहनराम विश्नोई और बाबूलाल पुत्र गंगाराम जाट को पकड़ आरोपियों से मोबाइल डिवाइस लगी बनियाननुमा जैकेट, माइक्रो ब्लुटुथ, माइक्रो सेल बरामद किया था। आरोपी की सूचना पर पुलिस ने बाड़मेर में फार्म हाउस से आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
आरोपियों ने बताया कि गिरोह का मास्टर माइंड ओमप्रकाश पुत्र किशनलाल ढाका निवासी बाड़मेर है जो मास्टर माइंड जगदीश विश्रोई के साथ मिलकर यह गिरोह ऑपरेट कर रहा था। आरोपियों ने बताया कि ओमप्रकाश ढाका कोटड़ा तहसील के छापरिया गांव में तृतीय श्रेणी अध्यापक के पद पर कार्यरत था। आरोपी ओमप्रकाश ने उदयपुर में ही रहकर अपने साथी जगदीश के साथ मिलकर इन अध्यापकों से सम्पर्क साधा और प्रश्नों को हल करने का सौदा किया।