सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क
उदयपुर। शहर में सज्जनगढ़ पहाड़ी की तलहटी में स्थापित राजस्थान के पहले बायोलोजिक पार्क में बाघिन दामिनी के कान का रविवार को आपरेशन किया गया।
पार्क प्रभारी व उप वन संरक्षक टी. मोहनराज ने बताया कि पार्क में 6 माह पूर्व पूना चिडि़याघर से लायी गई 11 वर्षीय दामिनी बाघिन को छः दिन पूर्व कान से संबंधित अस्वस्थता महसूस हुई थी जिस पर वन्यजीव चिकित्सक डॉ. हिमांशु व्यास ने जांच की तो पाया कि इसे ईयर-हिमेटोमा हो गया है। चिकित्सकों द्वारा तुरन्त ही बाघिन के कान का उपचार प्रारम्भ किया गया लेकिन शीघ्र लाभ नहीं होने से ऑपरेशन का निर्णय लिया गया। इसके बाद आज सुबह जयपुर चिडि़याघर के वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अरविन्द माथुर एवं जैविक उद्यान सज्जनगढ़ के वन्यजीव चिकित्सक डॉ. हिमांशु व्यास ने दामिनी के कान का ऑपरेशन कर उपचार किया। मोहनराज ने बताया कि आपरेशन के बाद अब बाघिन अधिक स्वस्थ एवं प्रसन्नचित है और अगले 3-4 दिन सघन चिकित्सकीय प्रेक्षण में रखने के कारण इसे दर्शकों हेतु डिसप्ले क्षेत्र में नहीं छोड़ा जायेगा।