जिला प्रशासन ने झीलप्रेमियों के लिए की पहल
उदयपुर। शहर की शान फतहसागर झील के नैसर्गिक सौंदर्य को देश दुनिया तक पहुंचाने की दिशा में जिला प्रशासन उदयपुर द्वारा एक पहल की गई है। इसके तहत अब पूरी दुनिया में कोई भी व्यक्ति एक मोबाईल एप के जरिये घर बैठे छलकती हुई फतहसागर झील को लाईव देख सकता है।
जिला कलक्टर रोहित गुप्ता की पहल पर जिला सूचना विज्ञान केन्द्र की तकनीकी सहायता से की गई इस व्यवस्था के तहत इस मोबाईल एप को डाउनलोड करते हुए कोई भी व्यक्ति इंटरनेट के सहारे कहीं से भी चौबीसों घण्टे फतहसागर झील को अपने मोबाईल पर देख सकता है। यह व्यवस्था गुरुवार रात्रि से प्रारंभ हो गई है और बड़ी संख्या में झील प्रेमियों द्वारा लेकसिटी के इस नैर्सिर्गक सौंदर्य को देखने का लुत्फ उठा रहे हैं।
इस तरह देखा जा सकेगा फतहसागर : राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र के उपनिदेशक जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि फतहसागर को लाईव देखने के इच्छुक को प्ले स्टोर पर जाकर 17.63 एमबी का ‘जीडीएमएसएस एलआईटीई’ एप को डाउनलोड कर इंस्टाल करना होगा। इसके बाद कैमेरा ऑप्शन सलेक्टर करने के बाद डिवाईस मैनेजर क्लिक करना होगा। इसके बाद एड डिवाईस में जाकर आईपी डोमेन सलेक्ट करना होगा और यहां पर नाम की जगह एफएस, एड्रेस की जगह 117 डॉट 239 डॉट 31 डॉट 186 तथा पोर्ट नंबर की जगह 37777 भरकर सेव करना होगा। इसके बाद स्टाई लाईव प्रिव्यू पर क्लिक करते ही फतहसागर को लाईव देखा जा सकेगा।
प्रयास किए : वर्मा ने बताया कि फतहसागर को लाईव दिखाने के लिए वायरलेस नेटवर्क का उपयोग किया गया है और फतहसागर पर कैमेरा लगाते हुए इंटरनेट से 4 एमबीपीएस की स्पीड की लाईन का प्रयोग करते हुए सिग्नल को मोबाईल इंटरनेट पर उपलब्ध कराया गया है। फतहसागर के सिग्नल को मोबाईल इंटरनेट के अलावास नीमच माता मंदिर, यूआईटी और चेटक सर्कल पर स्थापित एलईडी तक पहुंचाया गया जिससे फतहसागर को लाईव देखना आसान हुआ है।
चेटक सर्कल पर भी ‘लाईव फतहसागर’: जिला प्रशासन के प्रयासों के कारण चेटक सर्कल पर लगाई गई एलईडी पर भी छलकते हुए फतहसागर को लाईव देखा जा सकता है। यहां पर प्रत्येक 12 मिनट के अंतराल में दो मिनट तक फतहसागर को लाईव देखा जा सकता है। वर्मा ने बताया कि शीघ्र ही लाईव फतहसागर के सिग्नल को शहर में स्थित अन्य एलईडी पर भी दिखाया जाएगा।