उदयपुर। उदयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक आनंद श्रीवास्तव ने स्मार्ट सिटी के रूप में चयनित उदयपुर को जनभागीदारी से विश्व का सबसे सुन्दर शहर बनाने की आवश्यकता प्रतिपादित की है।
श्री श्रीवास्तव यहां बुधवार को मदन मोहन मालवीय आयुर्वेद कॉलेज सभागार में जिला प्रशासन की ओर से एक्शन उदयपुर मोबाइल एप्लीकेशन लांचिंग समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आमजन की शिकायतों एवं उनके प्रभावी हल के लिए उपयोगी सुझावों का भी एप के जरिये आदान-प्रदान उदयपुर को नई दिशा देने वाला होगा। उन्होंने कहा कि सौ शहरों में शामिल उदयपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में परिणत करने के लिए सभी को एकजुट प्रयास करने होंगे।
इस मौके पर अध्यक्षीय उद्बोधन में जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने कहा कि अधिकाधिक लोगों से प्रशासन का जुड़ाव सुनिश्चित करते हुए उदयपुर शहर को ‘मॉडल सिटी‘ बनाने को ध्यान में रखते हुए एप की शुरूआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को बेहतरीन सुविधाएं एवं शहर को और आकर्षक बनाने के लिए प्रबुद्धजन उपयोगी सुझाव देंगे तो निश्चय ही दुनिया के सामने शहर की विशिष्ट पहचान बनेगी। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी उदयपुर एटदीरेट जीमेल डॉट कॉम पर भी आमजन की ओर से सुझाव दिये जा सकते है।
महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि शहर को सुंदरतम बनाने के लिए नगर निगम द्वारा गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। आमजन को स्वच्छता कार्यक्रम से जोड़ने एवं स्वच्छता संबंधी नियमों की जानकारी के उद्देश्य से शहर में 50 हजार पेम्फलेट शहर में बांटे जा रहे हैं ताकि आमजन जागरूक होकर अपने कर्तव्यों का पालन करें। उन्होंने निगम की भावी कार्ययोजना के बारे में भी विस्तार से चर्चा की।
मुख्य आयोजना अधिकारी सुधीर दवे ने बहुपयोगी मोबाइल एप के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए पॉवर प्वाइंट के माध्यम से इसके उपयोग की बारीकियों पर प्रकाश डाला। समारोह में एक्शन उदयपुर में भामाशाही योगदान के लिए अखिलेश जोशी (हिन्दुस्तान जिंक), विमल पाटनी (आरके मार्बल), अरविन्दं सिंघल (वॉल्केम इंडिया), मदन पालीवाल (मिराज), शरद कटारिया (उदयपुर मार्बल), हंसराज (यूसीसीआई) एवं लक्ष्यराज सिंह (शिवनिवास) को शॉल एवं स्मृति चिह्न से सम्मानित किया गया। से सम्मान भामाशाहों/उनके प्रतिनिधियों को दिया गया।
अतिथियों ने कम्प्यूटर पर बटन दबाकर मोबाइल एप का विधिवत शुभारंभ किया। समारोह में नृत्य नाटिकाओं, मॉडल प्रदर्शन के जरिये भी स्वच्छ सुंदर उदयपुर का संदेश दिया गया। समारोह के आरंभ में नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ ने अतिथि स्वागत किया जबकि आभार यूआईटी सचिव रामनिवास मेहता ने जताया। इस मौके पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बुनकर, आरटीओ मन्नालाल रावत सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग एवं अधिकारीगण मौजूद थे।
एप के प्रति अपूर्व उत्साह
एक्शन उदयपुर एप को डाउनलोड करने के प्रति युवाओं में अपूर्व उत्साह दिखाई दिया। एप के लांच होने के एक घंटे के भीतर ही 50 से अधिक डाउनलोड हो चुके थे और जैसे-जैसे समय बीतता गया वैसे-वैसे डाउनलोड की संख्या भी बढ़ती गई।
भांति-भांति की प्रतिक्रियाएं
स्मार्ट सिटी की दिशा में पहला कदम
प्ले स्टोर पर एक्शन उदयपुर एप को डाउनलोड करने के दौरान उपयोगकर्Ÿााओं द्वारा दी गई प्रतिक्रियाएं भी बड़ी मजेदार है। प्ले स्टोर पर सुरज सोनी ने इस एप को स्मार्ट सिटी की दिशा में पहला कदम बताया है तो जीएस वैष्णव ने इसे स्मार्ट सिटी के लिए बेस्ट बताया है। इसी प्रकार धीरज छाजेड़ ने इसे स्मार्ट सिटी के लिए स्मार्ट एप कहकर संबोधित किया तो अनंत चौबीसा ने तो प्रतिक्रियास्वरूप उदयपुरवालों को स्मार्ट सिटी के लिए एक्शन करके दिखाने का आह्वान किया है। एक उपभोक्ता डी.एस.श्रोत्रिय ने एप के लिए जिला कलक्टर का आभार जताते हुए लिखा है ‘वेल बिगनिंग इज़ हाफ डन’ अर्थात अच्छी शुरूआत आधे कार्य संपन्न होने को बताती है लिखकर इस एप को पर्यटकों व उदयपुरवासियों के लिए उपयोगी बताया है।
स्मार्ट फोन पर डाउनलोड होगा एप:
उदयपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलाने के लिए जनसहभागिता आमंत्रित करने वाला यह एप स्मार्टफोन के उपयोगकर्Ÿााओं द्वारा एक क्लिक पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसके लिए स्मार्टफोन धारक कोई भी व्यक्ति प्ले स्टोर पर जाकर एक्शन उदयपुर टाईप कर इस एप को सर्च कर सकता है और पूर्णतया निःशुल्क इस एप को डाउनलोड किया जा सकता है। एक बार डाउनलोड हो जाने के बाद मोबाईलधारक आसानी से इसका उपयोग करते हुए जन शिकायतों को दर्ज कर सकता है।
बस एक क्लिक दूर होंगी शिकायतें:
एक्शन उदयपुर कार्यक्रम के तहत शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने में बाधक किसी भी शिकायत को इस एप के जरिये एक क्लिक से जिला प्रशासन तक पहुंचाया जा सकेगा। इसके तहत दर्ज की जा सकने वाली शिकायतों में सड़कों का टूटना, सफाई नहीं होने, स्ट्रीट लाईट का बंद होना, नलों में पानी नहीं आना, सड़क किनारे पेड़ों की छंटाई नहीं होना, सड़कों पर पानी फैलना तथा सार्वजनिक स्थलों के क्षतिग्रस्त होने जैसी शिकायतों को दर्ज किया जा सकेगा। इस एप को इस तरह तैयार किया गया है कि शिकायत दर्ज होते ही शिकायतकर्Ÿाा के पास शिकायत प्राप्ति का एसएमएस प्राप्त होगा वहीं शिकायत के समाधान पर भी संबंधित के पास जानकारी अपने-आप पहुंचेगी।