विद्यापीठ एवं नेशनल बुक ट्रस्टी का पुस्तक प्रकाशन सर्टिफिकेट कोर्स, उद्घाटन 8 को
उदयपुर। नेशनल बुक ट्रस्टट के चेयरमैन बलदेव भाई शर्मा ने कहा कि इंटरनेट के इस युग में भी पुस्तरकों का महत्व कम नहीं हुआ है। पुस्तेकों का अपना महत्वा है और वह हमेशा बरकरार रहेगा। ट्रस्टो देश भर में अलग अलग स्था नों पर जाकर न सिर्फ पुस्तिक के बारे में बताता है बल्कि पढ़ने के लिए भी प्रेरित कर रहा है।
वे जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय व ट्रस्टस के संयुक्त तत्वावधान में पुस्तक प्रकाशन में सात दिवसीय पुस्तक प्रमाण पत्र कार्यक्रम के मंगलवार को होने वाले उद्घाटन से पूर्व सोमवार को विद्यापीठ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंनने कहा कि ट्रस्ट् द्वारा नवलेखकों के लिए भी विशेष काम किया जा रहा है। सभी को यथेष्टन मौका और प्रोत्सायहन मिले, ऐसा ट्रस्टे का प्रयास है। लोगों में एनबीटी (नेशनल बुक ट्रस्टन) के प्रति एक विश्वामस है, जो हमेशा कायम रहेगा।
उल्लेटखनीय है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के ट्रस्टे द्वारा राज्य में पहली बार इस तरह का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जा रहा है जो न सिर्फ जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय बल्कि राज्या भर के लिए गौरव की बात है। इस कोर्स से उदयपुर शहर में प्रकाशन को गति मिलेगी तथा इसमें आने वाली कठिनाइयों को दूर करने पर विषय विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से चर्चा की जायेगी।
कोर्स समन्वयक नरेन्द्र कुमार ने बताया 8 से 15 सितम्बर तक चलने वाले पाठ्यक्रम के समारोह का उद्घाटन ट्रस्टे अध्यठक्ष बलदेव शर्मा करेंगे वहीं अध्यक्षता कुलप्रति प्रो. एसएस सारंगदेवोत करेंगे। विशिष्टय अतिथि जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा व महापौर चन्द्र सिंह कोठारी होंगे।
कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि इस प्रमाण पत्र कोर्स में 120 प्रतिभागी भाग लेंगे। इसका उद्देश्य भारत में प्रकाशन उद्योग की बढ़ती आवश्यकता को पूर्ण करना है। इस पाठ्यक्रम में प्रतिभागियों को प्रकाशन के विविध आयाम तथा सम्पादन, मुद्रण, विपण, कॉपीराईट, आईएसएसएन एवं आईएसबीएन का आवंटन आदि की विस्तृत दी जायेगी। इस सात दिवसीय पाठ्यक्रम में देश के उत्कृष्ट विशेषज्ञ प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन करेंगे, जिनमें अपर्णा शर्मा, सतीश कुमार, श्रीधर बालन, मानस रंजन महापात्र, बीडी मेन्दिरता मुख्य रूप से होंगे।