आज होगा मां त्रिशला के 14 सपनों का वाचन
उदयपुर। साध्वी श्रद्धाजंनाश्री ने कहा कि कानों में पडऩे वाले मंगल शब्दों से जीवन का कल्याण होता है। दूसरों की अच्छी बातें सुनकर उनकी अनुमोदना करनी चाहिये। मन में स्वयं का मान-सम्मान कराने की भूख आने पर वह भूख उस व्यक्ति की प्रगति में बाधक बनती है।
वे आज मेवाड़ मोटर्स गली स्थित श्री जैन श्वेताम्बर वासुपूज्य महाराज का मन्दिर ट्रस्ट द्वारा दादाबाड़ी में आयोजित धर्मसभा में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि वाणी पर विजय प्राप्त करना बहुत मुश्किल है और जो विजय प्राप्त कर लेता है उसका बाहुमान किया जाना चाहिये। तपाराधना में मग्न श्रावक यदि दूसरों में दोष निकालने के बजाय स्वयं में दोष निकालता है तो वह योगी बन जाता है। उन्होंने कहा कि श्रावकों को धर्म के व्यापारी बनकर धर्म को फैलाने का कार्य करना चाहिये। चातुर्मास संयोजक प्रतापसिंह चेलातव एंव वासुपूज्य ट्रस्ट के सह सचिव दलपत दोशी ने बताया कि सोमवार को प्रात: 10 बजे भगवान महावीर के गर्भ में आगमन से पूर्व उनकी माता त्रिशला को आये 14 सपनों पर विशेष प्रवचन होगा।
कल्पसूत्र का बिना अर्थ समझें सुनना भी कल्याणकारी
आचार्य विजय सोमसुन्दर सुरीश्वर महाराज ने कहा कि कल्पसूत्र एक पवित्र ग्रन्थ है। जिसमें वर्णित शब्दों के अर्थ को समझे बिना सुनना भी जीवन के लिए कल्याणकरी होता है। वे आज श्री जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ जिनालय द्वारा हिरणमगरी से. 4 स्थित शांतिनाथ सोमचन्द्र सूरी आराधना भवन में आयोजित धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। कल्पसूत्र वाचन से पूर्व इसकी अष्टप्रकारी पूजा, 5 ज्ञान की पूजा करने के बाद संघ की ओर से आचार्य को इसके वाचन के लिए वोहराया गया। आचार्य ने कहा कि पर्युषण पर्व के दौरान इसके वाचन का अधिकार सामान्य व्यक्ति का न हो कर केवल साधु भंगवत ही इसका वाचन कर इसका श्रवण कराते है। इस ग्रन्थ की रचना भगवान भद्रबाहु स्वामी ने प्राकृत भाषा में की थी। कल्प सूत्र वोहराने का लाभ सुरेश-रमेश एवं परिवार ने लिया। कल्पसूत्र अष्टप्रकारी पूजा का लाभ सुशील-सरला बांठिया एवं परिवार ने लिया। गुरू पूजन चेतनलाल दोशी एवं परिवार ने लाभ लिया। संघ अध्यक्ष सुशील बांठिया ने बताया कि सेामवार को भगवान महावीर के जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। साथ ही भगवान महावीर की माता त्रिशला को आये 14 सपनों की बोलियां बोली जाएगी।