प्रवेश निशुल्क, देश-विदेश की पुस्तकों की होगी प्रदर्शनी
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय एंव राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में से 11 अक्टूबर तक नौ दिवसीय पुस्तक मेला विश्वविद्यालय के प्रतापनगर स्थित खेल मैदान पर किया जायेगा।
कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने प्रेस वार्ता में बताया कि विद्यापीठ की मेजबानी में होने वाले इस अद्भुत मेले में देश-विदेश की पुस्तकों देखने एवं खरीदने का मौका उदयपुर शहर के युवा पीढ़ी को मिलेगा। उन्होंने बताया मेले की सभी तैयारियां अंतिम चरण में है। मेले के लिए विशाल वाटर प्रूफ टेंट लगाया गया है जिससे धूप एवं पानी से बाहर से मेले आने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा की जा सके। पुस्तक मेला प्रातः 11 बजे से रात्रि 8 बजे तक चलेगा। मेले में आने वाले व्यक्तियों का प्रवेश निशुल्क रहेगा।
कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने बताया कि मेले का उद्घाटन 3 अक्टूबर, 2015 को सुबह 11 बजे माननीय बल्देवभाई शर्मा, अध्यक्ष राष्ट्रीेय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा किया जाएगा। समारोह में डॅा. राजाशेखर वुंद्रू, डीडीजी, नीति आयोग, मुख्य अतिथि होंगे। एचसी पारीख, कुलाधिपति जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विष्वविद्यालय, राजस्थान समारोह की अध्यक्षता करेंगे। मेले में 70 प्रकाशक देश के विभिन्न प्रांतों से अपनी सहभागिता कर रहे हैं तथा हिंदी व अंग्रेज़ी भाषाओं में पुस्तकें हर आयु वर्ग के लिए यहाँ पुस्तक-प्रेमियों के लिए लगभग 80 स्टाल हैं।
नेशनल बुक ट्रस्ट की सहायक निदेशक कंचन वांचू शर्मा ने बताया कि न्यास एवं विद्यापीठ के बीच तीन एमओयू हुए है जिसके दूसरे चरण मे यह नो दिवसीय मेले का आयेाजन किया जा रहा है। इससे पहले ट्रस्ट द्वारा विद्यापीठ में 8 सितम्बर, से 15 सितम्बर तक पुस्तक प्रकाशन प्रमाण पत्र कोर्स का आयोजन किया गया था जिसमें उदयपुर शहर के 128 प्रतिभागियों ने इस कोर्स में भाग लिया। उन्होने बताया कि तीसरे एमओयू के तहत नेशनल बुक ट्रस्ट की ओर से प्रकाशित होने वाली पुस्तकों को राजस्थान में बेचने का एकाधिकार भी विद्यापीठ दिया गया हैं। इससे पहले नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा पूर्व 2007 में जोधपुर एवं 2012 में जयपुर में पुस्तक मेले का आयेाजन किया गया था।
पुस्तक मेले के संयोजक डॉ. कुंजन आचार्य ने मेले की जानकारी दी और बताया कि इस दौरान देश के ख्यातनाम साहित्यकारों, कवियों एवं लेखकों इस क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को इस दौरान बुलाया जायेगा जिसका लाभ यहां के लेखकों एवं पुस्तक के प्रति रूचि रखने वाले व्यक्तियों को मिलेगा। रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल ने मेले की जानकारी देते हुए अंत में धन्यवाद दिया।