5 अक्टूबर को ब्लॉक स्तर पर धरना-प्रदर्शन
उदयपुर। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यरक्ष रघुवीर मीणा एवं देहात कांग्रेस जिलाध्यनक्ष लालसिंह झाला ने कहा कि राज्या की कानून व्यदवस्थाश को लेकर गृहमंत्री लाचार हो चुके हैं। आनंदपाल की फरारी के बाद गृहमंत्री ने अपनी लाचारी स्व यं प्रकट कर दी तो नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्ती फा देकर मेवाड़ के आत्मउ सम्माकन को बचाए रखना चाहिए।
दोनों पदाधिकारी देहात कांग्रेस कार्यालय पर शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। क्षेत्रीय समस्याओं सहित किसानों के मुआवजे, ऋण वसूली स्थगित करने, राहत कार्य प्रारम्भ करने की मांग को लेकर कांग्रेस की ओर से 5 अक्टूबर को पंचायत समिति एवं तहसील कार्यालयों पर धरना दिया जाएगा।
दोनों पदाधिकारियों ने अतिवृष्टि, ओलावृष्टि एवं मानसून के आखिरी दौर में बरसात नहीं होने से बर्बाद किसानों की फसलों का मुआवजा नही दिलाये जाने पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार किसानों के लिए पहले खाद-बीज, फिर डीजल महंगे करने के बाद ऋणो की वसूली स्थगित नही करने एवं गिरदावरी समय पर नहीं प्रारम्भ करने से किसानों के रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया। इस हेतु सरकार को समय पर राहत कार्य प्रारम्भ करने चाहिए और बर्बाद हुई फसलों का दुगुना मुआवजा देना चाहिए।
राज्यस में पुलिस प्रशासन निर्दोष कम्प्यूटरकर्मियों, नर्सिंगकर्मियों, संविदाकर्मियों और विद्यार्थी मित्रों तथा हाल ही में राजस्थान विश्वविद्यालय के बाहर और टोंक मे विद्यालय में रिक्त पदों को भरने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर लाठीचार्ज किया गया। प्रदेश में औसतन 5 हत्यायें प्रतिदिन तथा 10 दुष्कर्म की घटनायें घटित हो रही है। शहर में भाजपा की अन्दरूनी खींचतान, महापौर, उपमहापौर एवं पार्षदों के शीतयुद्ध को स्वयं गृहमंत्री द्वारा स्वीकार करने से शहर का विकास अवरूद्ध हो गया है। राजीव गांधी ट्राईबल यूनिवर्सिटी को बेणेश्वर ले जाने की गुपचुप तैयारी की जा रही है। रोडवेज का किराया बढाया गया और घाटे मे बताकर निजीकरण की तैयारी की जा रही है। गृहमंत्री व जलदाय मंत्री के आपसी खींचतान में आकोदडा बांध का उद्घाटन नहीं हो पा रहा है जबकि कार्य कांग्रेस शासन मे ही पूर्ण हो चुका है।
जिलाध्यक्ष झाला ने कहा कि मौसमी बीमारियां गोगुन्दा, झाडोल, फलासिया, कोटडा, गिर्वा क्षेत्रो में फैल रही है। प्रशासन उचित चिकित्सा व्यवस्था में असफल रहा है। 50 से अधिक मासूमों की जाने चली गई है। बिजली की दरें दो बार बढा दी गई हैं। तीसरी बार की तैयारी की जा रही है। गांवों में चिकित्साकर्मियों तथा विद्यालयों में अध्यापको के पद रिक्त हैं। आये दिन विद्यार्थियों द्वारा तालाबन्दी की जा रही है। इस दौरान प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली, पूर्व उपजिला प्रमुख श्यामलाल चौधरी, शहर महामंत्री दिनेश दवे, कार्यकारिणी सदस्य कौशल नागदा, मथुरेश नागदा, मोडसिंह सिसोदिया, शकील खान उपस्थित थे।