उदयपुर। इन दिनों स्टॉर्क्स का प्रजननकाल चल रहा है और नीड़ निर्माण के बाद अण्डों से इनके चूजे भी बाहर निकल चुके है। उदयपुर जिले में भी विभिन्न स्थानों पर स्टॉर्क्स के घोंसले देखे गए हैं।
सलूंबर कस्बे के समीप लिमड़ी गुड़ा गांव में करंज के पेड़ पर घौंसला बनाने वाले खतरे से निकट घोषित दुर्लभ पक्षी वूली नेक्ड स्टॉर्क का यह मोहक नज़ारा शहर के वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर प्रदीप सुखवाल तथा विनय दवे ने देखा और क्लिक किया। सुखवाल के अनुसार पक्षी समीप के एनीकट पर नहाने के बाद पंख फैलाकर इनको सुखाने की कोशिश कर रहा था। लगभग 85 सेमी लंबाई के इस पक्षी के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि यह पक्षी पिछले सात-आठ वर्षों से पीपल के पेड़ पर घौंसला बना रहा था परंतु पिछले वर्ष उस पीपल के पेड़ को काट दिए जाने के बाद यह पक्षी अब समीप के करंज के पेड़ पर स्थानांतरित हो गया है। पक्षी विशेषज्ञों के अनुसार पेड़ कट जाने के बाद भी स्थान को नहीं छोड़ने का व्यवहार आश्चर्यजनक है और इस स्थान की उसके प्रति अनुकूलता का अहसास कराता है।