उदयपुर। भूपालपुरा ओ-रोड स्थित चपलोत नाक कान गला हॉस्पिटल में “ वर्टिगो क्लिनिक का देश के प्रमुख ऑडियोलॉजीस्ट एवं सीमेंस कंपनी के जनरल मेनेजर तारनबीरसिंह द्वारा फीता काटकर उद्घाटन किया गया।
चपलोत नाक कान गला हॉस्पिटल के संचालक डॉ. चंदर चपलोत ने बताया कि उत्तर भारत का यह दूसरा “वर्टिगो क्लिनिक” है जहां मरीजों को चक्कर आने वाली जैसी बीमारी के निदात में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि क्लिनिक में फ्रेन्जल गोगल्स जैसे अत्याधुनिक पूर्ण कंप्यूटराइज्ड उपकरण उपलब्ध रहेंगे। इनके द्वारा चक्कर आने वाले मरीजों की जाँच की जाएगी। ये उपकरण कान के तीसरे हिस्से में स्थित वेटिब्यूलर सिस्टम के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करते है, जिससे चक्कर के निवारण में मदद मिलती है। कान के वेस्टिब्यूलर सिस्टम में सेमीसर्कुलर केनाल होती है, जो कान के तीसरे हिस्से में स्थापित है, जिनमे एक प्रकार का तरल पदार्थ बहता रहता है। सामान्य तौर पर इस तरल पदार्थ में कैल्शियम के कण नहीं होते है लेकिन जब ये कण पास ही से निकल कर सेमीसर्कुलर केनाल के तरल पदार्थ में आ जाते है तो चक्कर की स्थिती उत्पन हो जाती है।अतः उपरोक्त उपकरणों से कारणों एवं बीमारी की सठीक स्थिती को जाना जाता है और तत्तपश्चात तरल पदार्थ में घूमते कैल्शियम कणों को विभिन्न प्रकार की कान की कसरतों के माध्यम से उन्हें अपनी जगह पर वापस खिसका दिया जाता है।चक्कर को रोकने में यह सबसे कारगर तरीका है और ज्यादातर मरीजों में दवाइयों की भी जरुरत नहीं पड़ती है।
इस वर्टिगो क्लिनिक में ऑडियो-विडियो के माध्यम से एवं कुशल विशेषज्ञ के नेतृत्व में मरीजों को कान की कसरतों को कराई जाएगी और घर पर करने वाली कान के कसरतों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। ऐसे मरीजों को अब महंगी जांचो से भी छुटकारा मिल जाएगा। सही जानकारी उपलब्ध होने पर मरीजों को बिना दवा सिर्फ कानों की कसरत से ही मरीजों को ठीक कर दिया जाएगा।