उदयपुर। संगीत एक ऐसा माध्यम से जिससे लोगों को आनंद प्राप्त होता है। कानों को सुरीला लगने वाला गायन सर्वश्रेष्ठ है। उदयपुर के नगर निगम दशहरा दीपावली मेले में प्रस्तुति देने आई गायिका सोनू कक्कड़ ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि उनका सपना था कि वे गायकी के दौर में नुसरत फतह अली खान के साथ गाना गाना चाहती थी। वे हमेशा से ही उनके मार्गदर्शक रहे, परंतु अब वे इस दुनिया में नहीं रहे इसलिए उनकी यह ख्वा हिश अधूरी ही रह गई। उन्होंने आगामी वर्ष 2015 के अंत या 2016 में रिलीज होने वाली बॉलीवुड फिल्म फायर में उन्होंने गाना गाया है। वे कोशिश करती हैं कि उनके हर गाने में विविधता हो और हमेशा ही उनके गानों में विविधता भी देखी जा सकती है। फिल्मों में गायकी पर उन्होंने कहा कि फिल्मों में गायकी फिल्म की मांग के अनुरूप होती है। बॉलीवुड फिल्म ये कसूर, जिस्म 2 सहित कई पंजाबी गानों में भी अपनी आवाज दी है। गायकी में बॉलीवुड में आजकल बहुत लोगों को मौके मिल रहे है इसके लिए सबसे अच्छा माध्यम गायकी के क्षेत्र में काम कर रहे टीवी पर प्रसारित होने वाले सिंगिंग कॉ पीटशन सबसे अच्छा माध्यम बन गया है। जो प्रतिभा घर की घर में रह रही थी उसे इन प्रतियोगिता के माध्यम से देश में छाने का मौका मिल रहा है।
शाम को स्टेज पर सोनू की शानदार प्रस्तुतियों पर युवा खूब झूमे। यंगस्टर्स ने सोनू के साथ ना सिर्फ सिंगिंग में साथ दिया, साथ ही उनके गानों पर जमकर थिरकते भी नजर आए। सोनू ने परफॉर्मेंस की शुरूआत अपना प्रसिद्ध गीत बाबू जी जरा धीरे चलो बिजली गिरी यहां बिजली गिरी… से की। इसके बाद उन्होंने ‘अजीब दास्ता हैं ये कहा शुरू कहां खत्म…’ व एक के बाद एक कई गाने सुना आवाज का जादू बिखेरा। सोनू कक्कड़ ने मंच पर ये कसूर, मदारी मदारी, ये जो हलका हलका, लंदन ठुमक दा, हिप हिप हुर्रे, आली रे आली जैसी शानदार प्रस्तुतियों के साथ ही पंजाबी मेडली व हिंदी फिल्मी गीत पेश कर अपनी दमदार आवाज के बलबूते उदयपुर के युवाओं को देररात तक झूमने के लिए मजबूर कर दिया। सोनू कक्कड़ ने युवाओं की पसंद को मद्देनजर रखते हुए सहित अन्य डांस सांग पेश किए।