उदयपुर। उदयपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने को लेकर फिक्की और उदयपुर नगर निगम के बीच सोमवार को एमओयू हुआ। एमओयू के बाद फिक्की और उदयपुर नगर निगम की ओर से उदयपुर शहर के विकास में सामने आ रही चुनौतियों और उनके समाधान के बारे में चर्चा के लिए एक कार्यशाला भी आयोजित की गई। इस कार्यशाला में विभिन्न कम्पनियों के विशेषज्ञों ने ठोस कचरा प्रबंधन, शहरी परिवहन और विरासत संरक्षण जैसे विषयों पर तकनीकी प्रस्तुतिकरण दिए।
गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया के मुख्यातिथ्य में आयोजित कार्यशाला में उदयपुर के महापौर चंद्र सिंह कोठारी, उदयपुर के जिला कलक्टर रोहित गुप्ता और उदयपुर नगर निगम के आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में नगर निगम और निजी कम्पनियों के कई अन्य वरिष्ठ प्रतिनिधि मौजूद थे।
ऎसा काम करें कि पहले 20 शहरों में शामिल हो अपना उदयपुर
कटारिया ने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत उदयपुर राजस्थान का पहला शहर है जो इसके लिए औपचारिक रूप से फिक्की के साथ एमओयू कर रहा है। उन्होंने जोर दिया कि निगम और फिक्की आपसी सहयोग से ऎसा काम करें, जिससे उदयपुर केन्द्र सरकार की सौ स्मार्ट सिटीज की परियोजना में पहले 20 शहरों में शामिल हो।
बेहतर रणनीति से होगा काम : फिक्की और उदयपुर नगर निगम के बीच हुए एमओयू के तहत फिक्की उदयपुर नगर निगम और अन्य सम्बद्ध पक्षों जैसे उद्योग विशेषज्ञों, सामाजिक संगठनों आदि के साथ मिल कर उदयपुर को स्मार्टसिटी के रूप में विकसित करने के लिए विजन, लक्ष्य और रणनीति तैयार करेगा और इसके बाद इसे लागू करने में भी सहयोग करेगा।
फिक्की देगा हरसंभव सहयोग : इस कार्य में फिक्की उद्योग जगत के अपने सदस्यों के हितों को सरकार के समक्ष रखेगा और फिक्की स्मार्ट सिटी कमेटी के माध्यम से उदयपुर स्मार्ट सिटी परियोजना को तकनीकि सहयोग प्रदान करेगा। स्मार्ट सिटी परियोजना में उदयपुर के विकास के लिए फिक्की नीति निर्माण में उदयपुर नगर निगम को परामर्श सेवाएं और इनपुट प्रदान करेगा। फिक्की अपने सदस्यों के माध्यम से उदयपुर नगर निगम के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करेगा।
इन क्षेत्रों में रहेगा सहयोग : इसके अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों के लिए वित्तीय योजनाएं तैयार करने और नगर निगम के लिए नए वित्तीय स्रोत सृजित करने, यातायात, ठोस कचरा प्रबंधन, विरासत संरक्षण, पर्यटन, पेयजल आपूर्ति, आवास, सीवरेज, चिकित्सा, शिक्षा, पानी की निकासी आदि क्षेत्रों के लिए बनने वाली परियोजनाओं में परियेाजना आधारित सहायता, परियोजनाओं की योजना, डिजाइन और दक्षता पूर्ण क्रियान्वयन के लिए क्षमता संवर्धन, चुनौतियों और उनके समाधान के लिए कार्यशाला आयोजन, उचित प्रशासन और क्रियान्वयन फ्रेम वर्क तैयार करने के बारे में परामर्श देने आदि का सहयोग शामिल है।
इतिहास रचेगी यह भागीदारी : फिक्की के महासचिव डॉ. ए. दीदार सिंह ने इस समझौते के बारे में कहा कि उदयपुर नगर निगम के साथ हमारी भागीदारी लम्बी चलेगी और स्मार्टसिटी के बारे में इसके विजन को क्रियान्वित करने में सहयोग प्रदान करेगी। हम इस की सेवाएं बेहतर बनाने के लिए निजी क्षेत्र की विशेषज्ञता लेकर आएंगे। हमें इस साझेदारी को सफल बनाने के लिए राजस्थान सरकार का सहयोग चाहिए।
शहरी जरूरत के अनुरूप चयन : फिक्की स्मार्ट सिटी की हेड और वरिष्ठ निदेशक मौसमी रॉय ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए सभी समाधान उपलब्ध हैं और इन्हें शहर की जरूरत के हिसाब से कस्टमाइज किया जा सकता है।