उदयपुर। गुरूनानक कन्या महाविद्यालय में चल रहे पॉच दिवसीय सांस्कृतिक व पारम्परिक वार्षिकोत्सव पनिहारिन के तीसरे दिन सोमवार को एकल व समूह गान, लोक व पाश्चात्य एकल व समूह नृत्यों की धूम रही।
सांस्कृतिक प्रभारी अनुराधा मालवीय ने बताया कि महाविद्यालय के मुक्ताकाशी रंगमंच पर आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी डी. एस. पाहवा व अध्यक्षता सचिव अमरपालसिंह पाहवा ने की। प्राचार्य प्रो. एनएस राठौड़ ने अतिथियों की स्वागत कर आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला। रंगारंग कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। एकल गान प्रतियोगिता में नित्यानंदा दशोरा ने सारी उम्र हम मर मर के जी लिये गाना गाकर खूब दाद बदोरी। प्रतिभा शास्त्री ने तेरी गलियां, तेरी गलियां यूं ही तड़पावे गाने पर मनमोहक नृत्य कर राजस्थानी रंगों की छटा बिखेरी। कोमल एवं मोनिका समूह ने मोरनी अच्छा बोला रे धरती बाग में गाने पर जोरदार नृत्य करके दर्शकों को नाचने पर विवश कर दिया। एकल पाश्चात्य नृत्य प्रतिस्पर्द्धा में निशा डांगी ने चिटियॉं कलईयां वे गाने पर नृत्य कर धूम मचा दी। महिमा जैन ने प्रेम रतन धन पायो… गाने पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुति देकर दर्शकों की दाद लूटी। विधि भटनागर ने धीरे-धीरे मेरी जिन्दगी में आना……. गाने पर नृत्य कर खूब तालियॉं बटोरी। समूह नृत्य प्रतियोगिता में दुर्गा एवं समूह ने काल्या कूद पड़या मेला में……. गीत पर धमाकेदार नृत्य प्रस्तुत कर लोक जीवन को जीवंत कर दिया।
सांस्कृतिक सह-प्रभारी डॉ मीनल कोठारी ने बताया कि आयोजन के चौथे दिवस मंगलवार को एकल लोकनृत्य, समूह नृत्य पाश्चात्य व युगल नृत्यों की प्रतियोगिताएं होगी। सोमवार को सम्पन्न प्रतियोगिता की निर्णायक रिचा मुणेत, चांदनी गलुकिया व मोनिका पंचाल थी। संचालन डॉ. रेखा तिवारी, अर्पिता जैन व सीमा राजानी ने किया। धन्यवाद छात्रासंघ सचिव गुंजन सोनी ने दिया।