उदयपुर। गुरूनानक कन्या महाविद्यालय में चल रहे पॉच दिवसीय सांस्कृतिक व पारम्परिक वार्षिकोत्सव कार्यक्रम पनिहारिन के चौथे दिन मंगलवार को एकल लोक नृत्य, पाश्चात्य समूह नृत्य व युगल नृत्यों का जलवा रहा। दर्श्रक छात्राओं ने खूब दाद देते हुए नृत्यों का लुत्फ उठाया।
सांस्कृतिक प्रभारी अनुराधा मालवीय ने बताया कि मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दलपत सुराणा थे। गेस्ट ऑफ ऑनर डीएस पाहवा साहब थे। विशिष्टठ अतिथि अमरपाल सिंह पाहवा थे तथा अध्यक्षता महेन्द्रपाल सिंह लिखारी ने की। प्राचार्य प्रो. एनएस राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत किया। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में एकल लोकनृत्य प्रतियोगिता में भानूप्रिया ने छम्मा-छम्माक बाजे रे पैजणियां… गाने पर शानदार लोक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। दिव्या ने म्हारे हिवड़े में लागी रे कटार रे… गीत पर धमाकेदार नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को झुमने पर विवश कर दिया। सोनाली ने डीजे वाले मेरा गाना चला दे… गीत पर जोरदार नृत्य कर दर्शकों में जोश भर दिया। .अर्पिता ने ए जी हासा म्हारी लुणक झुणक… गीत पर नृत्य कर लोक संस्कृति को जीवंत कर दिया। रवीना ने मने चूड़ी पिरावण लाग्यो, बलम म्हारो सठिया गयो… गीत पर मनमोहक नृत्य से दर्शको का मन मोह लिया। इसी प्रकार पाश्चात्य समूह नृत्य प्रतियोगिता में शाहिस्ता ने इस ऑंखों की मस्ती के मस्ताने हजारों है… गीत पर जोरदार नृत्य प्रस्तुत किया। मिताली एवं समूह ने मशहूर मेरे इश्क की कहानी हो गई… गीत पर शानदार नृत्य से दर्शकों में उत्साह भर दिया।
पाहवा ने कहा कि सह शैक्षणिक कार्यक्रम प्रायः प्रतिभा का विकास करता है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दलपत सुराणा एवं डी.एस. पाहवा ने गत 3 दिनों में हुई प्रतिस्पर्द्धाओं व मेरिट प्राप्त छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। पनिहारिन कार्यक्रम की सह प्रभारी डॉ. मीनल कोठारी ने बताया कि पांच दिवसीय पनिहारिन का समापन बुधवार को पनिहारिन के चयन के साथ होगा। बुधवार को पनिहारिन प्रतिभागियों द्वारा केट वॉक, प्रश्नोत्तरी व मौलिक प्रतिभा के माध्यम से होगा। संचालन डॉ. रेखा तिवारी, अर्पिता जैन व धन्यवाद डॉ. अनिता पालीवाल ने दिया।