तेरापंथी सभा की अखिल भारतीय स्तर पर स्पर्धा
भक्तामर कंठस्थ करने वाली तीन प्रतिभाओं का भी सम्मान
उदयपुर। उदयपुर तेरापंथी सभा के तहत संचालित ज्ञानशाला के बच्चों के लिए अखिल भारतीय स्तर पर शिशु संस्कार बोध भाग-5 स्पर्धा में उदयपुर की भुवाणा ज्ञानशाला के बालक मनन कदमालिया ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर उदयपुर तेरापंथी सभा की ओर से महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने उसका सम्मान किया।
तेरापंथी सभा के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि हर्ष की बात यह कि मनन धर्म से जैन नहीं बल्कि सुथार है। मनन के द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर समूचे तेरापंथ समाज में हर्ष है। जैन धर्म के ग्रंथों में बालक मनन का इतना मन रमा कि भुवाणा ज्ञानशाला की संचालिकाओं की लगन से उसने देश भर में हुई शिशु संस्कार बोध प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर भुवाणा ज्ञानशाला की संचालिकाओं ने अपनी ओर से भी मनन को नकद पुरस्कार प्रदान किया वहीं सभा की ओर से चांदी का सिक्का, स्मृति चिन्ह, उपरणा ओढ़ा सम्मानित किया गया। इस दौरान पांचों मुनिवृंदों राकेश मुनि, मुनि हर्षलाल, मुनि सुधाकर, मुनि दीप कुमार, मुनि यशवंत का भी सान्निध्य मिला।
फत्तावत ने बताया कि इस अवसर पर उर्जावान मुनि सुधाकर के नेतृत्व में संस्कृत के श्लोकों से भरपूर भक्तामर स्रोत कंठस्थ करने वाली तीन प्रतिभाओं श्रीमती सुमन डागलिया, मिनी सिंघवी एवं पलक जैन का भी उपरणा ओढ़ा, स्मृति चिन्ह एवं साहित्य भेंटकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर ज्ञानशाला संयोजक फतहलाल जैन, मुख्य संयोजिका सुनीता बैंगानी, संयोजिका संगीता पोरवाल, प्रशिक्षिका चंदा पोखरना, कांता सिंघवी, सभा के मंत्री सूर्यप्रकाश मेहता, उपाध्यक्ष सुबोध दुग्गड़ आदि भी मौजूद थे।