भूकम्प के झटकों का प्रभाव
उदयपुर। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में अमूमन शीत लहर से सराबोर रहने वाली लेकसिटी में इस बार अधिकतम तापमान 30 डिग्री तक जा पहुंचा है जो अमूमन मार्च या अप्रेल के आरंभ में रहता है। न्यूनतम तापमान 11 डिग्री दर्ज किया गया। विशेषज्ञ इस बढ़ोतरी का कारण देश में आए हल्के भूकंप के झटके से तापमान में घुली गर्माहट बता रहे हैं।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार जमीन में फैली गर्माहट के कारण भूकंप आते हैं और ग्लोबल वार्मिंग पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है, जिससे मौसम में गर्माहट घुलने लगती है। बीते तीन दिनों में न्यूनतम व अधिकतम तापमान भी एकदम बढ़ गया। लेकसिटी का सोमवार को अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री दर्ज किया गया है, वहीं बीती रात का तापमान 10.8 (करीब 11 डिग्री) पर जा पहुंचा। बीते कई वर्षों में यह देखा गया है कि दिसंबर में शहर का तापमान छह से सात डिग्री के बीच रहता है। जम्मू में ज्यादा बर्फबारी के चलते आखिरी दिनों में यह घटकर दो से तीन डिग्री पहुंच जाता है।
बादल हटेंगे तभी बढ़ेगी सर्दी : आसमान में छाए बादलों और खिली धूप ने सर्दी के तेवर ढीले कर दिए हैं। दो-तीन दिनों तक मौसम अनुमानत: ऐसा ही बना रहेगा। बादल छंटने के बाद ही लेकसिटी में फिर ठंड बढ़ेगी। ग्लोबल वार्मिंग का भी कुछ हद तक मौसम पर प्रभाव पड़ रहा है परंतु नये साल की शुरुआत व जम्मू में बर्फबारी के बाद हाड़कंपाने वाली सर्दी पड़ेगी।