उदयपुर। फैडरेशन ऑफ हुमड़ समाज के पंचम द्विवार्षिक अन्तर्राष्ट्रीय अधिवेशन में मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के विवेकानन्द सभागार में दर्शकों के मनोरंजन के लिए मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस कार्यक्रम में दो भाईयों के बिछडऩे पर वर्ष 1970 के दशक में बनी हन्दी फिल्म अंगूर एवं प्रख्यात नाट्य लेखक शेक्सपियर द्वारा लिखित नाटक कोमेडी ऑफ एरर्स पर आधारित हास्य नाटक भूल भुलैया ने दर्शकों को गुदगुदाया। इस अवसर पर इन्दौर से आये मिमिक्री कलाकार गोल्डन बुक रिकॉर्ड होल्डर दीपक नीमा ने मात्र 5 मिनिट में 55 राजनेताओं, फिल्मी कलाकरों की आवाजें निकालकर सभी को रोमांचित कर दिया। इन प्र्रस्तुतियों पर दर्शकों ने तालियों की भरपूर दाद दे कर सराहा।
इन्दौर की 50 वर्ष पुरानी नाट्य संस्था नाट्य भारती द्वारा प्रस्तुत भूल भुलैया नाटक में पात्रों की सशक्त अभिनय एवं संवाद उच्चारण ने दर्शकों को जहंा बांधे रखा वहीं उनका हास्य की फुलझडिय़ों ने मनोरंजन भी किया। नाटक का कथानक बिजयनगर में घूमता है, जहां बचपन में बिछड़े दो भाई दोनों एक-दसूरे अनजान रहकर इसी शहर में रहते है और वहां के निवासी व एक भाई की पत्नी व उसका नौकर इस अनजान भूल भुलैया में घूमते रहते है। इसी कहानी ने दर्शकों को अनेक बार हसंा-हसंा कर लोटपोट कर दिया।
इस अवसर पर फैडरेशन ऑफ हुमड़ समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक शाह, महामंत्री विपिन गांधी ने कलाकारों को स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में फेडरेशन के स्थायी सदस्य बनने वाले समाजजनों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन आरजे प्रदीप पाण्डे ने किया।