हस्तशिल्प एवं दस्तकारी की लगेगी 100 स्टॉलें
उदयपुर। देश भर के हस्तशिल्पियों एवं दस्तकारों को अपने श्रेष्ठ उत्पादों को सीधे जनता तक पंहुचाने के लिए प्रतिवर्ष उदयपुर में भारत के हस्तषिल्प दस्तकारों, ग्रामीण गैर-कृषि विकास अभिकरण (रूडा) एवं विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), भारत सरकार, नई दिल्ली के सामंजस्य से क्राफ्ट बाजार मेले का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह मेला 12 से 21 जनवरी तक टाउनहॉल में होगा। मेले का उद्घाटन महापौर चन्द्रसिंह कोठारी सायं 7 बजे करेंगे।
रूडा के कार्यकारी निदेशक जेड.ए.खान ने आज यहां आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि इस मेले में भारत के गाँवों की सोंधी माटी की भीनी-भीनी सुगंध से रची हस्तशिल्प की बेजोड़ कलाकृतियाँ, रंग-बिरंगे परिधान, बांस व बैंत के फर्नीचर, लखनऊ के चिकन परिधान, तिरूपति का काष्ट कार्य, कांजीवरम की सिल्क साडिय़ाँ, पोकरण का टेराकोटा, कश्मीर के पश्मीना शॉल, गुलाबी नगरी की ब्लू पॉटरी, सहारनपुर का फर्नीचर, खुर्जा की पोटरी, बनारस की साडिय़ा व राजघराने की परम्परागत हस्तछपाई, कुम्भकारी कला, चमड़े व पत्थर की कलात्मक वस्तुएं वाजिब दाम में जनता को उपलब्ध होगी।
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से रात्रि 9 बजे तक चलने वाला यह मेला आम जनता के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा। क्राफ्ट बाजार मेले में विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्पियों द्वारा करीब 100 स्टालों में अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जावेगा। इस मेले के आयोजन के पीछे मुख्य उद्देश्य हस्तशिल्प दस्तकारों को स्वदेशी व विदेशी बाजार उपलब्ध कराना एवं देश भर के परम्परागत हस्त निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देना है।
रूडा के महाप्रबन्धक दिनेश सेठी ने बताया कि क्राफ्ट बाजार का आयोजन विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), भारत सरकार के सौजन्य से देश के विभिन्न राज्यों में किया है। इसके अन्तर्गत पंजीकृत हस्तशिल्पियों को वर्षभर अलग-अलग स्थानों पर बिक्री बाजार का आयोजन कर विपणन सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। इस बार भी रूडा द्वारा उदयपुर में क्राफ्ट बाजार मेले का अयोजन विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), भारत सरकार के सौजन्य से किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि गतवर्ष भी रूडा द्वारा जयपुर एवं उदयपुर मे क्राफ्ट बाजार मेले का आयोजन किया गया था जो दस्तकारों एवं ग्राहको में अत्यन्त लोकप्रिय एवं सफल रहे।
हस्तशिल्प विकास आयुक्त कार्यालय के अधिकारी आर.एल.वर्मा उन्होंने बताया कि इस मेले में विभिन्न राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आसाम, उडीसा, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, केरल, राजस्थान एवं हरियाणा इत्यादि के दस्तकार भाग ले रहे हैं जो अपने साथ अपनी अनूठी कलात्मक शैली के उत्पाद व कलाकृतियों का प्रदर्शन करेंगे।