उदयपुर। सडक़ पर तेज गति से दौडऩे वाले वाहनों से होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं में अधिकांशत: घायलों में होने वाले फेक्चरों के ऑपेरशन में बहुत सावधानी की जरूरत है।
यह कहना था चंडीगढ़ स्थित मोहाली के फोर्टिस हॉस्पीटल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ.रमेश सेन की। वे आज उदयपुर ओर्थोपेडिक सेासायटी द्वारा होटल रेडिसन ब्लू में अनवरत चिकित्सा संगोष्ठी के तहत एसिटाबुलर व बॉन मॉडल पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। इस कार्यशाला में संभाग के 60 से अधिक चिकित्सक एंव पीजी स्टूडेन्ट्स ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के फेक्चर्स में उसका असेसमेन्ट कर ऑपेरशन किया जाता है अन्यथा बाद में काफी जटिलताएं देखने को मिल सकती है।
उदयपुर ओर्थोपेडिक सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. बी.एल.कुमार ने बताया कि इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन से रोगी को अपने ईलाज के सभी प्रकार की सुविधाएं उदयपुर में ही उपलब्ध है ताकि उसे अन्यत्र स्थान पर न भटकना पड़े, इसके लिए उसमें जागरूकता आएगी। सोसायटी सचिव डॉ. अनुराग तलसेरा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि सडक़ पर तेज गति से दौडऩे वाले वाहनों से होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं में अधिकाश्ंात: घायलों में होने वाले फेक्चरों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है जिसे जागरूकता से ही रोका जा सकता है। कार्यशाला को एम्स जोधपुर के चिकित्सक डॉ. अभय एलेन्स, कार्यशाला चेयरमेन डॅ. विनय जोशी, को-चेयरमेन डॉ.जे.पी.शर्मा सहित अनेक चिकित्सकों ने संबोधित किया।