उदयपुर। परसाद थाना क्षेत्र में रात्रि को एक झोंपड़े में आग लग गई। जिससे इस झोंपड़े में सो रहे एक विकलांग दम्पति जिंदा जल गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार चंपा (30) पुत्र नाना मीणा निवासी पण्डेरी फलां परसाद आंखों से अंधा था और उसे कम भी सुनाई देता था। चंपा की शादी कुछ समय पूर्व ही गरनाला निवासी पतकी (25) से हुई थी जो पांवों से विकलांग थी। दोनों करीब चार वर्ष से साथ में रह रहे थे। दोनों दम्पति रात्रि को अपने झोंपड़े में सोए थे और उपर ही चिमनी जला रखी थी। रात्रि को चिमनी गिर पड़ी और बिस्तर ने आग पकड़ ली। झोंपड़ा भी कच्चा ही होने के कारण झोंपड़े ने भी आग पकड़ ली। दम्पति इसमें जलने लगे। अंधा युवक काफी प्रयास के बाद भी झोंपड़े का दरवाजा नहीं खोल पाया और विकलांग महिला अपनी जगह से हिल तक नहीं पाई। दोनों ने रात्रि को शोर भी मचाया, परन्तु आस-पास मकान नहीं होने के कारण कोई मदद के लिए नहीं आ पाया। दोनों झोंपड़े में ही जिंदा जल गए। परिजनों के आने पर पुलिस पोस्टमार्टम कार्यवाही करवा सुपुर्द कर दिया।