उदयपुर। आयुर्वेद विभाग, नगर निगम, पतंजलि योग समिति के साझे में रविवार को फतह सागर पाल पर 6 से 7.30 बजे तक योग शिविर आयोजित हुआ। जिसमें योगासन व प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया।
डॉ. शोभालाल औदिच्य ने बताया कि प्रशिक्षक अशोक जैन प्रेम जैन गोपाल डांगी ने सुबह की ठंड को देखते हुए। शरीर से ठंड को भगाने के लिए व शरीर का सम्पूर्ण व्यायाम के लिए सबसे पहले योगिग जोगिंग, सूर्य नमस्कार का अभ्यास करवाया। बाद में अलग अलग व्याधियों से निजात पाने के लिए जैसे गैस एसिडिटी व डायबिटीज के लिए मडुंकान, कुर्मासन, मयूरासन, पवनमुक्तसन, तनाव डिप्रेशन अनिद्रा जैसी व्याधियों के लिए शशकासन, मुञ रोगों के लिए गौमखसन, एक्सट्रा वेट, एक्सट्रा फेट व कमर कि चर्बी को कम करने के लिए कटिशोन्दर्य आसन तितली आसन, चक्की चलाना, हाफ बटरफ्लाई, ध्यान को केन्द्रीत करने के लिए वृक्षासन व आठो प्राणायामो का अभ्यास कराया। नियमित दिनचर्या की जानकारी देते हुए औदिच्य ने कहा कि अपने शरीर रुपी देवालय को दवाखाना न बनायें और सुबह जल्दी उठे और निरन्तर शरीर रुपी देवालय के लिए एक घण्टा निकालें। जिस तरह अपने घर को सुबह उठकर झाड़ू पोछे कर साफ सुथरा रखते हैं उसी प्रकार आप अपने शरीर को भीतर से योगासनों व प्राणायामों से निरन्तर साफ सुथरा रखे ताकि कभी भी आपका शरीर बीमार न हो आप स्वस्थ रहते हुए अपना जीवन व्यतीत करें। दवाएं लेने की जरूरत ही न पड़े।