कृष्णावत परिवार के चूंडा पैलेस पहुंची, जग मंदिर कार्यक्रम में भी लिया हिस्सा
उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे रविवार को आगामी बजट को लेकर प्रभारी मंत्रियों की मौजूदगी में उदयपुर एवं राजसमन्द के जन प्रतिनिधियों के साथ रविवार को बैठक कर सुझाव लिए। इससे पूर्व सुबह जग मंदिर में आयोजित निजी कार्यक्रम में और उसके बाद कृष्णावत परिवार के घर पहुंची।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़ के जनप्रतिनिधियों से चर्चा की थी। उसी क्रम में रविवार को उदयपुर और राजसमंद के प्रतिनिधियों, अधिकारियों से चर्चा की। इससे पूर्व सुबह जग मंदिर में निजी कार्यक्रम में शिरकत की। वहां अरविंदसिंह मेवाड़ ने उनकी अगवानी की। वहां हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल, वंडर सीमेंट के विवेक पाटनी सहित कई अधिकारी मौजूद थे। फिर यहां से हरिदासजी की मगरी स्थित घनश्यामसिंह कृष्णावत के निवास होटल चूंडा पैलेस पहुंची जहां उनका हालचाल पूछा। वहां मनोहरसिंह कृष्णावत, तनवीरसिंह कृष्णावत ने मुख्यमंत्री की अगवानी की। कुछ देर रुकने के बाद मुख्यमंत्री होटल एम्बियंस पहुंची जहां उदयपुर के जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। फिर राजसमंद के प्रतिनिधियों से चर्चा के बाद जोधपुर रवाना हो गईं। उदयपुर से चर्चा के दौरान गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया और राजसमंद के दौरान किरण माहेश्वरी मंच पर मौजूद रहीं।
राजे ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से राजसमन्द झील पूरे क्षेत्र में पर्यटन विकास, पहाड़ियों को हरी-भरी करने के लिए वृक्षारोपण, नरेगा में वन विकास गतिविधियां बढ़ाने, उदयपुर टीआरआई में पीपीपी मोड पर कोचिंग की सुविधा के लिए प्रयास करने, सड़क विकास एवं विस्तार के लिए धन का सदुपयोग करने, औद्योगिक क्षेत्रों के जल प्रदूषण के विषय में जांच करके कार्यवाही करने एवं खनन क्षेत्रों में सड़क सुदृढ़ीकरण के लिए संबंधित कंपनियों की भागीदारी सुनिश्चित करने का सुझाव दिया।
बैठक में सांसद अर्जुनलाल मीणा, हरिओमसिंह राठौड़ एवं सीपी जोशी, विधायक फूलसिंह मीणा, अमृतलाल मीणा, प्रतापलाल गमेती, रणधीरसिंह भीण्डर, नानालाल अहारी, दलीचंद डांगी, सुरेन्द्र सिंह राठौड़, गौतमलाल मीणा, जिला प्रमुख शान्तिलाल मेघवाल एवं प्रवेश कुमार साल्वी, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, राजस्थान जनजाति आयोग की अध्यक्ष प्रकृति खराड़ी, पूर्व विधानसभाध्यक्ष शान्तिलाल चपलोत, पूर्व मंत्री चुन्नीलाल गरासिया, पूर्व महापौर रजनी डांगी, भाजपा जिलाध्य क्ष दिनेश भट्ट, देहात जिलाध्य क्ष गुणवंतसिंह झाला, भंवरलाल शर्मा आदि जनप्रतिनिधियों ने विकास के सुझाव दिए।
कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त भवानीसिंह देथा, पुलिस महानिरीक्षक आनंद श्रीवास्तव, जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, एवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक हेमंत गेरा, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आईवी त्रिवेदी, राजीव गांधी जनजाति विश्वविद्यालय के कुलपति टीसी डामोर, आरएसएमएमएल के प्रबंध निदेशक भानुप्रकाश येटरू, पुलिस अधीक्षक आरपी गोयल, नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ सिहाग, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविचल चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।