उदयपुर। विश्वविद्यालय सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के वार्षिक युवा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समारोह का शुभारंभ सोमवार को महाविद्यालय सभागार में मेयर चंद्रसिंह कोठारी के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित परमार ने बताया कि तीन दिवसीय इस समारोह विशिष्ट अतिथि नगर निगम पार्षद ओमप्रकाश चित्तौड़ा थे जबकि अध्यक्षता महाविद्यालय की अधिष्ठाता प्रो. फरीदा शाह ने की। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि कोठारी ने कहा कि सफलता के लिए विद्यार्थी को समय की पाबंदी और अनुशासन को अपनाना बहुत जरूरी होता है। आज के युग में कई लोग तनाव में जी रहे हैं ऎसे में ये साहित्यिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम उस तनाव को दूर कर नई ऊर्जा का संचार करते हैं। केवल किताबी ज्ञान संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण नहीं करता है। अतः सह शैक्षणिक गतिविधियाँ भी जरूरी होती है।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए आवेदन व सुझाव पत्र भरने में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी पूरी तत्परता से भाग लिया और शहर की जनता ने भी, तभी हमें यह स्मार्ट सिटी का तोहफा मिल सका है। कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. फरीदा शाह ने कहा कि अनुशासन के बिना प्रगति संभव नहीं है। विद्यार्थी को अपने विद्यार्थीकाल से ही समय नियोजन सीख लेना चाहिए। साथ ही अपने लक्ष्य के प्रति पूरी प्रतिबद्धता रखनी चाहिए।
सहायक अधिष्ठाता प्रो. मदनसिंह राठौड़ ने कहा कि विद्यार्थी किसी देश के भविष्य होते हैं। राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में उनका बड़ा योगदान होता है। ऎसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में परस्पर सोहार्द, सद्भाव बढ़ाते हैं साथ ही उनमें नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पार्षद चित्तौड़ा ने कहा कि राष्ट्र के प्रति समर्पण व हमारे प्रेरणा पुरुषों के योगदान का रेखांकन व स्मरण हमारी युवा पीढ़ी के समक्ष होता रहना चाहिए जिससे कि युवा उनसे सीख लेकर अपने भविष्य का निर्माण कर सकें। सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. नवीन नंदवाना ने स्वागत उद्बोधन देते हुए तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। प्रॉक्टर डॉ. आशीष सिसोदिया ने आभार व्यक्त किया। महाविद्यालय छात्रसंघ की संयुक्त सचिव माया जाट ने बताया कि समारोह के प्रथम दिन वाद-विवाद, आशुभाषण, क्विज, रंगोली, मेंहंदी, फेस पेंटिंग, पोस्टर मेंकिंग, ऑन द स्पॉट पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग, स्पॉट फोटोग्राफी, इंस्टालेशन की प्रतियोगिताएँ हुई।