उदयपुर. गीतांजली नर्सिंग कॉलेज के पीएचडी स्कॉललर द्वारा शनिवार को कार्यशाला गीतांजली सभागार में हुई। विषय नर्सिंग शोधों व सिद्धांतों को नर्सिंग प्रेक्टिस में उपयोग करना था। अध्यक्षता गीतांजली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ आरके नाहर ने की।
कॉलेज डीन डॉ जयालक्ष्मी एलएस, पीएचडी गाइड डॉ. सेम्युल जॉर्ज, मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ डीएम माथुर, फार्मेसी कॉलेज के डीन डॉ. अशोक दशोरा एवं गीतांजली के समस्त विद्यार्थी व अध्यापक उपस्थित थे। कार्यक्रम में राजसमंद, कोटा, जयपुर, उदयपुर एवं अन्य विभिन्न नर्सिंग कॉलेज से आए विद्यार्थी एवं फेकल्टीज़ समेत लगभग 500 लोग मौजूद थे।
कार्यक्रम का उद्देश्य नर्सिंग प्रॉफेशन में सिद्वांतों एवं व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाना एवं विभिन्न सिद्धांतों को नर्सिंग के प्रयोगों में लागू करना था। कार्यशाला में पीएचडी के स्कोलर योगेश पुरी गोस्वामी, राजकमल जैन, वी.अजमेरा, मिनाक्षी मैस्से, सुमोल सी अब्राहम व सीमा जांगिड़ ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि किस तरह नर्सिंग के सिद्धांतों को नर्सिंग शोधों में उपयोग में लिया जाता है।
कार्यशाला के अतिरिक्त गीतांजली इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में ’’कंप्युटर द्वारा नई दवाईयों की खोज एक परिचय पर सेमिनार हुआ। मुख्य वक्ता लेटिवियन इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्गेनिक सिन्थिसिस, रीगा, यूरोप के रिसर्च साइंटिस्ट डॉ. पवन कुमार गुप्ता थे।डॉ गुप्ता ने कंप्युटर द्वारा नई दवाइयों की खोज पर छात्रों को जानकारी दी एवं क्षेत्र में हुई खोज पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में सभी संकाय के सदस्य उपस्थित थे। धन्यवाद राहुल गर्ग ने किया।