जुडक़र करें कारोबार में वृद्धि, इस वर्ष 90 हजार करोड़ तक पंहुचने की संभावना
उदयपुर। बैंगलोर की माई न्यूट्रा मार्ट के निदेशक एवं एमबीए हिम्मत माण्डोत ने कहा कि देश में ऑनलाइन बिजनेस का भविष्य उज्जवल है क्योंकि इस बिजनेस से आम जनता काफी खुश है।
ऑन लाईन कारोबार में चीन भारत से कई गुना आगे है और वहां यह सफलतापूर्वक संचालित है। भारत में भी इस कारोबार से जुड़े कर अपने कारोबार को नई ऊंचाईयां दे सकते हैं सिर्फ इसके लिए कुछ सावधानी रखने की जरूरत है। वे आज तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम एवं रोटरी क्लब उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में रोटरी बजाज भवन में आयोजित ई-कॉमर्स के जरिये बिजनेस को दें बढ़ावा विषयक सेमिनार मे मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इन कम्पनियों को सरकार टेक्स के दायरे में लाने तथा उपभोक्ता संरक्षण कानून में आगामी कुछ वर्षो में बदलाव करने पर विचार कर रही है। भारत में जहां वर्ष 2014 में ऑन लाईन बिजनेस का कारोबार 18 हजार करोड़ का हुआ वहीं चीन में इसकी तुलना में 24 लाख करोड़ रूपयें का हुआ था वहीं वर्ष 2016 में यही कारोबार क्रमश: भारत में 90 हजार करोड़ का तथा चीन में 39 लाख करोड़ तक पंहुचने की संभावना है। इसके पीछे मूल में यही कारण है कि जनता इस प्रकार के बिजनेस को बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने कहा कि चीन में वेलेनटाईन डे मनाने का प्रचलन नहीं है इसी कारण चीनी लोग प्रतिवर्ष 11 नवम्बर को अपने लिए उपहार खरीदते हैं और इसी कारण गत वर्ष 11 नवम्बर को सिर्फ अलीबाबा डॉट कॉम पर एक ही दिन में 90 हजार करोड़ का टर्नओवर हुआ था जो भारत के मेडिसिन क्षेत्र के कुल सालाना टर्न ऑवर के बराबर है। माण्डोत ने बताया कि भारत के कुल रिटेल मार्केट का मात्र 1 प्रतिशत बिजनेस ही ऑन लाईन की ओर डायवर्ट हुआ है जिस कारण देश में इतना तहलका मच गया है और इसी आंकड़े 10 वर्षों में 25 प्रतिशत पंहुचने की संभावना है।
ई-कॉमर्स की ग्रोथ का मुख्य कारण- माण्डोत ने देश में ई-कॉमर्स बिजनेस की ग्रोथ के पीछे मुख्य कारण हाई स्पीड इन्टरनेट सेवा,आम आदमी का ऑन लाईन पर अधिक समय देना है। कैश ऑन डिलीवरी ने भी इस कारोबार को नयी ऊर्चाइयों पर पंहुचाया है। ऑन लाईन कम्पनियंा आम जनता को जितना लाभ एवं सुविधाएं दे रही है उतना रिटेल मार्केट जनता को उपलब्ध नहीं कारा पाता है। ई-कॉमर्स कारोबार ने दलालों,बिचौलियों की भूमिका को समाप्त कर दिया है। देश में संचालित ऑन लाईन कम्पनियों मार्केट बेस्ड हॅै और इसी कारण इनके पास स्टॉक नहीं है।
उन्होंने बताया कि ऑन लाईन कम्पनियों के बीच भी कड़ी प्रतिस्पर्धा बनी हुई है। यदि आप भी कोई नया कारोबार प्रारम्भ करना चाहते है तो उन्हें ऑन लाईन बिजनेस से जुड़ कर कुछ नयी सुविधा उपलब्ध करानी चाहिये तभी उनका प्रोडक्ट उस पर बिक सकेगा। फ्लिपकार्ट के पास देश में 4 करोड़ ग्राहक है। ऑन लाईन कम्पनियंा मार्केड बेस्ड कम्पनियों से उनका प्रोडक्ट बेचने की एवज में 3 से 15 प्रतिशत तक कमीशन लेती है।
माण्डोत ने बताया कि ई-कॉमर्स बिजनेस को अब रोका नहीं जा सकता है क्योंकि इनसे खरीददार काफी प्रसन्न है। हम अपने प्रोडक्ट को ऑन लाईन किस प्रकार बेचें इस पर ध्यान देना चाहिये। अपने नुकसान को कम करने के लिए ये ऑन लाईन कम्पनियंा आगामी 5 वर्षो में अपने ग्राहकों की संख्या 50 करोड़ तक पंहुचा देंगे वहीं ग्राहकों को दी जाने वी छूट में कमी कर देंगे।
इससे पूर्व तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के संभागीय अध्यक्ष राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. निर्मल कुणावत ने कहा कि विश्व में हो रहे तकनीकी बदलावों की जानकारी युवाओं के ही पास है। हमें अपना स्थान बनायें रखने के लिए दौडऩा पड़ेगा। हिम्मत माण्डोत का परिचय पवन जैन ने दिया।
प्रारम्भ में क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओ.पी.सहलोत ने अतिथियों का स्वागत किया। क्लब सचिव सुभाष सिंघवी ने धन्यवाद दिया। इस अवसर पर फोरम के सचिव मुकेश बोहरा, कार्यक्रम संयोजक ऋषभ मेड़तवाल सहित अनेक सदस्य एवं अतिथि मोजूद थे।