नेशनल कॉन्फ्रेन्स का समापन
उदयपुर। मेक्स इंडिया फाउण्डेशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहिनी दलजीतसिंह ने कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम देश का 360 डिग्री विज़न है। इसके जरिये हमें स्थायी ग्रोथ एवं अध्किाधिक उत्पादन कर देश को हर क्षेत्र में विश्व के समकक्ष खड़ा करना है।
वे आज राजस्थान विद्यापीठ द्वारा द इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एण्ड मैनेजमेन्ट अकाउन्ट्स के सहयोग से प्रतापनगर स्थित राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के सभागार में मेक इन इंडिया: रोल ऑफ कॉमर्स एकेडमिक एण्ड प्रोफेशनल्स पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि देश में करीब 1.3 बिलीयन क्वालिफाइड युवा स्कील कमी के कारण बेरोजगार है। देश की जनता के पास उनके कार्य के अनुरूप जॉब उपलब्ध नहीं है।
विशिष्ट अतिथि एनआईआरसी के सीएमए अनिल शर्मा ने कहा कि हमें उपलब्ध संसाधनों से देश में अधिकतम ग्रोथ एंव धन की वृद्धि करनी होगी। विश्व की 33 प्रतिशत जीडीपी में भारत अपना अहम योगदान दे रहा है। देश की 90 प्रतिशत जनता यह नहीं जानती कि जीएसटी क्या है। विशिष्ट अतिथि सीएमए राजेन्द्रसिंह भाटी ने कहा कि स्टार्टअप एवं स्टेण्ड इंडिया के तहत जनता को करों का काफी लाभ दिया जा रहा है। शिक्षा के पुनर्गठन में अनेक चुनौतियां है। इसके समाधान से ही हम मेक इंडिया कार्यक्रम को सफल बना सकते है।
समारोह में प्रो. जीएल दवे ने कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हमें उपलब्ध संसाधनों का सहारा लेना होगा। जोनल डायरेक्टर कॉलेज एज्यूकेशन राजस्थान सराकर के नारायण लाल जोशी ने कहा कि देश की शिक्षा पद्धति को और अधिक दुरूस्त एवं विकसित किये जाने की आवश्यकता है। आजादी बाद शिक्षा पद्धति में बदलाव तो हुआ लेकिन देश को आजाद कराने के पीछे मूल उद्द्ेश्यों को हम भूलते चले गये। देश में जो भी पतन हुआ उसके पीछे शिक्षा की कमी ही मुख्य कारण है। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी लगने वाले नारों के पीछे भी शिक्षा ही जिम्मेदार है।
आयोजन सचिव प्रो. अनिता शुक्ला ने कहा कि उद्देश्य के लिए बीच राह में आने वाली समस्याएं कभी रूकती नहीं लेकिन उनका समाधान निकालते हुए हमें आगे बढऩा होगा। उन्होंने कहा मेक इन इंडिया एक रोजगार परक, उत्पादन वृद्धि कार्यक्रम है। हमें अकादमिक एवं प्रोफेशनल्स इन्डस्ट्रीज को साथ लेकर आगे बढऩा चाहिये। सेन्ट्रल कोन्सिल मेम्बर निरंजन मिश्रा ने घरेलू एवं विदेशी कम्पनियों के बीच उत्पादन लागत को कम करने के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है।
अध्यहक्षता करते हुए राजस्थान विद्यापीठ विवि के कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने कहा कि यह सेमिनार मेक इन इंडिया के कार्यक्रम को जन-जन तक पंहुचाने में सफल होगा। द इन्स्टीट्यूट ऑफ कोस्ट एण्ड मेनेजमेन्ट अकाउन्ट्स उदयपुर चेप्टर के चेयरमेन दिनेश दरगड़ ने बताया कि देश में के विकास में कॅामर्स के योगदन कमतर नहीं आंकना चाहिये क्योंकि जितना योगदान साइंस का है उतना ही योगदान कॉमर्स का भी है। अंत में सीएमए एनके सोनी ने धन्यवाद दिया। समारोह में प्रो. एसएस सारंगदेवोत एवं प्रो. अनिता शुक्ला ने अतिथियों एवं उदयपुर चेप्टर के पदाधिकारियों सहित पोस्टर मेकिंग एवं पेपर प्रजेनटेशन प्रतियोगियों के विजेताओं को स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।