उदयपुर। सोसायटी फॉर माइक्रोवायटा रिसर्च एंड इंटीग्रेटेड मेडिसिन (स्मरिम ) के सदस्यों के लिए रविवार को टेकरी-मादरी रोड स्थित जागृति पर आयोजित बैठक में यह निर्णय किया गया कि गत पांच वर्षों की तरह इस वर्ष भी सोसायटी के सेमल सरंक्षण अभियान के तहत होलिका दहन के लिए सेमल वृक्ष के स्थान पर लोह-स्तम्भ का प्रयोग किया जाएगा।
सोसायटी सचिव डॉ. वर्तिका जैन ने बताया की सेमल एक बहुदेशीय औषधीय वृक्ष है जिसका प्रत्येक अंग मानव शरीर की विभिन्न बीमारियों के उपचार में प्रयुक्त होता है और उदयपुर में प्रतिवर्ष होलिका दहन पर सेमल के कई वृक्ष अग्नि में स्वाहा हो जाते हैं जो पारिस्थितिकी नुक्सान के साथ ही एक महत्वपूर्ण पादप प्रजाति के लिए भी संकटकारी है. सोसाइटी इसलिए इको-फ्रेंडली लोह स्तम्भ का विकल्प सुझाती है जिसे शहर की कई सोसाइटी जैसे नई भूपालपुरा, गोवर्धन विलास, चित्रकूट नगर, पंचवटी आदि में अपनाया है और सकारात्मक नतीजे सामने आये हैं।
सोसायटी अध्यक्ष डॉ एसके वर्मा ने बताया की होलिका दहन के लिए लोह स्तम्भ या गोबर के कंडे का प्रयोग कर हम इको-फ्रेंडली होलिका दहन कर सकते हैं। इस अवसर पर गिरधारी लाल सोनी, नाथूसिंह, ओमकारलाल शर्मा, इन्दर सिंह राठोर, नरेंद्र कुमार शर्मा, विनोद भारती, उपस्थित थे और सभी ने आसपास के स्थानो में लोह-स्तम्भ पर सामूहिक होली जलाने के निर्णय का स्वागत किया।