उदयपुर। भारतीय कयाकिंग एवं केनोइंग संघ के अंतर्गत आने वाले ड्रेगन बोट स्पर्धा का चेयरमैन उदयपुर के दिलीप सिंह चौहान को नियुक्त किया गया। यह नियुक्ति 2016 से 2018 तक प्रभावी रहेगी।
राजस्थान कयाकिंग संघ के सचिव आरके धाभाई ने बताया कि गत 12 मार्च को भारतीय कयाकिंग संघ की बैठक में संघ के अध्यक्ष एस रघुनाथन एवं महासचिव बलबीर सिंह कुशवाहा ने यह निर्णय किया। उन्हें इन तीन वर्षों तक देशभर में ड्रेगन बोट से संबंधित होने वाली सभी गतिविधियों को अपने स्तर पर संचालन करना होगा। इसमें राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन, भारतीय टीम का चयन, भारतीय टीम का प्रशिक्षण शिविर, टीम के लिये प्रशिक्षकों की नियुक्ति एवं तकनीकी अधिकारियों के लिये शोर्ट टर्म कोर्स का आयोजन करना होगा।
राजस्थान संघ के अध्यक्ष प्रदीप पालीवाल ने बताया कि चौहान की नियुक्ति 2016 से 2018 तक जकार्ता में होने वाले एशियाई खेलों तक की गई है। इस दौरान सर्व प्रथम 2016 में मास्को में सितम्बर में होने वाली विश्व ड्रेगन बोट एवं नवम्बर में फिलीपीन्स में होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप में भाग लेने वाली भारतीय टीम का चयन एवं उनके प्रशिक्षण शिविर की व्यवस्था करना प्राथमिकता होगी एवं उसके बाद 2018 के जकार्ता एशियाई खेलों में भाग लेकर मैडल जितना उसके लिये लंबी अवधि प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करना जिसमें टीम के साथ अच्छे प्रशिक्षक की नियुक्ति भी उनके द्वारा की जाएगी। चौहान की नियुक्ति गत दिनों लेक फेस्टीवल के दौरान प्रशासन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की ड्रेगन बोट सहित वर्ष 2012 व 2014 में उदयपुर के राष्ट्रीय कयाकिंग केनोइंग प्रतियोगिता के सफल आयोजन की उपलब्धियों के आधार पर किया गया।
प्रशासन पहल जरूरी : चौहान ने बताया कि इस खेल को बढ़ावा देने व राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण शिविर उदयपुर में आयोजित करने के लिए प्रशासनिक पहल जरूरी है। यदि प्रशासन इस ओर ध्यान देवें और नावें उपलब्ध करवा सके तो फतहसागर झील में भारतीय टीम का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा सकता है जो स्मार्ट सिटी बने उदयपुर शहर में इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा। ऐसे राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण शिविरों से उदयपुर सहित राज्य की प्रतिभाओं को भी निखरने का मौका मिलेगा। झीलों के नैसर्गिक सौन्दर्य के लिए विश्व विख्यात उदयपुर में ऐसे खेलो के आयोजन व प्रशिक्षण शिविर पर्यटकों को भी आकर्षित करते है।