उदयपुर। शहीदे आजम भगत सिंह ने पूरे देश में ’इन्कलाब जिन्दाबाद‘ के नारे को आजादी के आंदोलन में घर घर तक पहुंचाया, जो नारा आज भी हर आंदोलन में आंदोलनकारियों में जोश पैदा करने के लिए प्रमुखता से लगाया जाता है। भगत सिंह ने इन्कलाब जिन्दाबाद के नारे के बारे में बताते हुए कहा था कि इन्कलाब (क्रांति) से ही सड़ी गली व्यवस्था समाप्त हो समानता पर आधारित समाज व्यवस्था की स्थापना होगी।
ये विचार भारत की जनवादी नौजवान सभा के पूर्व राज्य उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने शहीदे आजम भगत सिंह के 86वें शहादत दिवस के पूर्व आयोजित रैली एवं रक्तदान के अवसर पर हाथीपोल चौराहा पर हुई एक सभा में व्यक्त किये। सिंघवी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि आज देश में कई राजनैतिक दल, संगठन, संस्थाएं भी शहीद भगत सिंह का शहादत दिवस मना रहे हैं, लेकिन वो भगत सिंह के विचारों से नफरत करते क्योंकि उन्हें मालूम है कि भगत सिंह के विचारों वाली आजादी से लूट पर आधारित उनकी शासन व्यवस्था कायम नहीं रह सकती। सभा को नौजवान सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष गुमान सिंह राव, बिल्डिंग वर्कर्स मजदूर एकता यूनियन के अध्यक्ष मुनव्वर खां आदि ने भी सम्बोधित किया। 23 मार्च को दोपहर एक बजे शहीदे आजम भगत सिंह के मूर्ति स्थल पर होने वाले शहादत दिवस के कार्यक्रम में शामिल होकर भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू को श्रद्धांजलि अर्पित करने की अपील की।