उदयपुर। रंग पर्व पर धुलेण्डी के दिन शहर सहित आसपास के गांवों में भी सामूहिक ढूंढोत्सव के आयोजन हुए। सिंधी समाज, सोनी समाज, नामदेव टांक क्षत्रिय समाज आदि में सामूहिक रूप से नवजातों को ढूंढा गया वहीं निकटवर्ती कैलाशपुरी के रामा गांव में धुलडी के दिन डांगी समाज का सामुहिक ढूंढोत्सव मनाया गया।
परम्परानुसार पिछले एक वर्ष में जिन घरों में भी बच्चे जन्मल लेते हैं, समाज के लोग उनके घर जाकर ढूंढते हैं। इसकी एक मान्यमता यह भी ताकि सभी समाजजनों को पता चल जाए कि परिवार में एक सदस्य बढ़ गया है। नवजात को गोद में लेकर बैठने के बाद उसके नाम से सभी समाजजन जोर जोर से नाम लेते हैं। उसके बाद परिवार की ओर से सभी के लिए चाय-नाश्तेा का इंतजाम होता है। अमूमन इसके तहत पकौड़ी, पापड़ी, मिठाई आदि का इंतजाम नाश्तेा में किया जाता है।