गृहमंत्री एवं धरोहर संरक्षण प्राधिकरण अध्यक्ष की मौजूदगी में निर्णय
उदयपुर। गृहमंत्री की नवीनतम बजट घोषणानुसार उदयपुर जिले के मठाठा ग्राम में बप्पारावल पेनोरमा के लिए प्रस्तावित स्थल का गृहमंत्री कटारिया एवं राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकारण के अध्यक्ष औंकारसिंह लखावत ने शनिवार को दौरा कर खनन लीज भूमि को पुनः सरकार को समर्पित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया। इस मौके पर संभागीय आयुक्त भवानीसिंह देथा भी मौजूद थे।
मौके पर ही सर्वसम्मति से खनन आवंटी फर्म वेरायटी स्टोन द्वारा आराजी संख्या 409 में से 1.80 हैक्टेयर भूमि बप्पारावल पेनोरमा के निर्माण हेतु छोड़ते हुए पुनः राज्य सरकार को समर्पित करने की सहमति प्रदान की गई।
प्राधिकारण के विशेषाधिकारी टीकमचंद बोहरा ने कार्रवाई विवरण सभी को पढ़कर सुनाया तथा वेरायटी स्टोन के स्वामी देवीलाल मेहता, खनिज अभियंता सतीशचंद्र आर्य, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) सीआर देवासी, तहसीलदार बड़गांव, स्थानीय भू अभिलेख निरीक्षक व कैलाशपुरी सरपंच ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये।
साथ ही वेरायटी स्टोन द्वारा प्राधिकरण के विरुद्ध राजस्व अपील अधिकारी न्यायालय में दायर वाद को स्वैच्छा से वापस लेने पर भी सहमति जतायी गई। इसी प्रकार राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण द्वारा भी खसरा नंबर 317 व 411 का कब्जा पुनः तहसीलदार बड़गांव को सुपुर्द किया गया जिस पर नियमानुसार आवंटी के नाम नामांतरण खोला जा सकेगा।
गृहमंत्री कटारिया ने मौके पर स्थित एनीकट को विकसित करने, लोक सुविधाओं का विस्तार, पेयजल सुविधा, सौंदर्यीकरण एवं हरीतिमा विस्तार जैसे सुझाव दिये। श्री लखावत ने शीघ्र ही प्राधिकरण द्वारा इस दिशा में प्रभावी प्रयास करने का भरोसा दिलाया।
पेनोरमा स्थल पर बनेगी गैलेरी : प्राधिकरण अध्यक्ष औंकारसिंह लखावत ने कहा कि भावी पीढ़ी को बप्पारावल एवं स्थल के ऐतिहासिक तथ्यों से रूबरू कराने के मद्देनजर दर्शक दीर्घा की स्थापना की जाएगी। कैलाशपुरी सरपंच तेजसिंह डुलावत सहित ग्रामीणों ने स्थानीय सुधार की दिशा में उपयोगी सुझाव रखे। लखावत ने अन्य विकास के मद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की।