दस दिवसीय दूसरा पंजाबी फूड फेस्टिवल शुरू
उदयपुर। पंजाब में यदि कभी आप गये हो तो वहां के ढाबों की महक, चारपाई पर लगा लम्बा पटिया, उस पर रखा पानी का लोटा और पटियाला गिलास, वेज व नॉन वेज खाने की खूशबू, ढाबों में पुरानी पंजाबी फिल्मों के पुराने जमाने के रेडियो पर बजते पंजाबी गीत को बजते हुए सुना होगा। वैसे ही पंजाबी ढाबों का कल्चर लिये होटल गोल्डन ट्यूलिप में आज से दस दिवसीय पंजाबी फूड फेस्टिबल की शुरूआत हुईं।
होटल गोल्डन ट्यूलिप के महाप्रबन्धक मनमोहनसिंह ने बताया कि इस होटल के रूफ टॉप पर बड़े क्षेत्रफल में यह द्वितीय पंजाबी फूड फेस्टिवल है। दो वर्ष पूर्व भी यहां इसी प्रकार का पंजाबी फूड फेस्टिवल आयोजित किया गया था। जिसे काफी सफलता मिली थी। उसी से प्रेरित हो कर पुन:इस फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि पंजाब के ढाबे पूरे देश में प्रसिद्ध है। उसी कल्चर को यहंा लाने का प्रयास किया गया है। इस फूड फेस्टिवल में ढाबों को इस प्रकार से तैयार किया गया है कि यहंा आने वाले को पूर्ण रूप से पंजाबी ढाबों का माहौल मिले।
होटल के फूड एण्ड ब्रेवरिज मेनेजर शिशिर पंत ने बताया कि पंजाबी फूड फेस्टिवल के लिए अमृतसर से विशेष रूप से शैफ को बुलाया गया है। इस ढाबे पर मिट्टी की भट्टी एवं हांडी में खाना पक रहा है। स्टील की थाली में खाना परोसा जा रहा है। ढाबों पर मिलने वाले मेन्यू कार्ड को भली उसी स्वरूप में तैयार करा कर आगन्तुकों के समक्ष पेश किया जा रहा है ताकि ग्राहकों को पूर्ण रूप से पंजाब का माहौल मिले।
होटल के एक्जिक्यूटिव शैफ सतीश गुप्ता ने बताया कि पंजाबी खाने में वेज व नॉन वेज दोनों प्रकार की वैरायटी में मुख्य रूप से तन्दूरी चिकन, कीमा मटन, आलू गोबी, अमृतसरी छोले, ढाबा दाल, ढाबा मुर्ग, मक्की एवं बाजरा की रोटी, आलू पराठा, अमृतसरी नान सहित 10 प्रकार के नान उपलब्ध है।