मात्स्यकी महाविद्यालय का वार्षिकोत्सव
उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के संघटक मात्स्यकी महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव लहर-2016 में छात्र-छात्राएं झूम उठे। मुख्य अतिथि कोटा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीके दशोरा थे। अध्यक्षता एमपीयूएटी के कुलपति प्रो. उमा शंकर शर्मा ने की।
प्रो. दशोरा ने लहर शब्द की सार्थकता बताते हुऐ विद्यार्थियों से कहा कि आप युवा हैं और आप को अपनी ऊर्जा को एक सुनामी की तरह संचित कर अपने कर्तव्य मार्ग पर संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए। युवावस्था वरदान है अतः हमें देश व समाज के निर्माण के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का प्रयास करना चाहिये।
अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. उमा शंकर शर्मा ने कहा कि आज आपके महाविद्यालय के लिये हर्ष का विषय है। यहां के विद्यार्थियों का देश के लिए सबसे बड़ा योगदान यही होगा कि उनकी शिक्षा का लाभ हमारे क्षेत्र के किसानों व विशेषतः जनजाति क्षेत्र के मत्स्य कृषकों को मिल सके।
अधिष्ठाता डॉं. ओ. पी. शर्मा ने महाविद्यालय का वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया एवं महाविद्यालय के विकास के विभिन्न आयामों का जिक्र करते हुऐ बताया कि विगत दिनो आई आई सी ऐ आर की उच्च स्तरीय टीम ने भी कॉलेज की उपलब्धियों की सराहना की थी।
महाविद्यालय के सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया जिसमें राजस्थानी, वेस्टर्न व फ्यूजन गीतों व समूह-नृत्यों ने सभी छात्रों को झूमने पर मजबूर कर दिया। विशेष रूप से रूनझुन पायल बाजे.. ढोली थारो ढोल बाजे.. काल्यो कूद पड्यो मेला में.. मनवा लागे.. आजा नच ले.. हाई हील्स.. गीतों पर राजप्रियंका राठौड़, ममता पूनिया, रूचिका, दिविशा, रीना व पूजा चौधरी के नृत्यों पर छात्र झूम उठे, वहीं लक्की तू लक्की मैं, साडा हक- गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड व सनम रे इत्यादि फ्यूजन गीतों के साथ हॉल के सभी विद्यार्थी थिरकने लगे।