उदयपुर। झीलों को गहराई प्रदान करने के कार्य में झील मित्र संस्थान, झील संरक्षण समिति एवं डॉ. मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के सयुंक्त तत्वावधान में रविवारीय श्रमदान में उत्तराखंड समिति उदयपुर के सदस्यों ने भाग लिया।
नई पुलिया चांदपोल पर आयोजित साथी हाथ बंटाना, श्रमदान में वार्ड 39 के पार्षद व शहर सौन्दर्यकरण समिति के अध्यक्ष तेजेंद्र सिंह अरोड़ा ने भी भाग लिया। नई पुलिया स्वरुप सागर पर श्रमदान कर झील क्षेत्र से कचरा, गन्दगी, जलीय घास, किनारे पड़े पत्थर एवं खुदाई कर झील क्षेत्र की भराव क्षमता को बढाने का प्रयास किया गया। श्रमदानियों द्वारा एक ट्रेक्टर मलबा झील क्षैत्र से निकाल कर ट्रेक्टर में भरा गया। तेजशंकर पालीवाल ने कहा कि झीलों को जितनी गहराई प्रदान कर सके उतनी प्रशासन को करनी चाहिए एवं झीलों के पानी को सीवरेज मुक्त रखने के पुरजोर प्रयास होने चाहिए।
ट्रस्ट सचिव नन्द किशोर शर्मा ने कहा कि जन भागीदारी से लोक चेतना एवं लोक जिम्मेदारी बढ़ती है। पर्यावरण और झीलों को सुरक्षित बनाना नागरिक दायित्व है। शर्मा ने कहा कि शहर के अन्य नागरिकों व सामाजिक शैक्षिक संगठनों को भी झील संवर्धन के कार्य में आगे आना चाहिए। झील संरक्षण समिति के अनिल मेहता ने कहा कि झीलों के प्रति शहर के प्रत्येक नागरिक को संवेदनशील होने की जरुरत है। प्रशासन को झीलों के सौन्दर्यकरण के साथ यह भी देखना चाहिए कि सरकारी प्रयासों से जलीय गुणवत्ता कितनी बढ़ी। उत्तराखंड समिति के सचिव रमेश जोगी ने झीलों को स्वच्छ रखने का आव्हान किया।