विद्यापीठ – 45 दिवसीय ग्रीष्मषकालीन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
उदयपुर। हर वयक्ति के अंदर किसी न किसी प्रकार की प्रतिभा छिपी होती है, लेकिन आवश्यकता है उसे सही समय पर निखारने एवं उसे सभी के सामने रखने। इसलिए युवाओं को अपनी प्रतिभा बाहर लानी चाहिए।
ये विचार मंगलवार को श्रमजीवी महाविद्यालय परिसर में स्थित जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक महाराणा कुंभा कला केन्द्र एवं संगीत महाविद्यालय के 45 दिवसीय ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण के उद्घाटन समारोह के अवसर पर कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने व्याक्तण किए। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ के प्रारंभकाल से ही हर प्रकार के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करता रहा है। व्यक्ति को किसी न किसी क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को निखारना चाहिए। मुख्य अतिथि डॉ. मंजु मांडोत ने भी विचार व्यक्त करते हुए कहा कि 45 दिनों में बच्चों को अपने आप को पहचानने का मौका मिलेगा।
प्रशिक्षण : केन्द्र प्रभारी बालकृष्ण शुक्ला ने बताया कि 45 दिवसीय ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर में प्रतिदिन प्रातः 8 से 11 एवं दोपहर 3 से 7 बजे तक गायन, गिटार, केसियो, हारमोनियम, तबला, ढोलक वादन, नृत्य, पाश्चात्य एवं राजस्थानी नृत्य का प्रशिक्षण अनुभवी व्यक्तियों द्वारा दिया जाएगा।