राज्य में पहली बार लगेगा भव्य स्वर्ण तिरूपति दरबार
उदयपुर। श्री तिरूपति बालाजी के प्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर के साक्षात दर्शन के लिये मेवाड़वासियों के लिए टाउन हॉल प्रांगण में श्यािम दरबार सजाया जाएगा। खाटू नरेश प्रभु श्याम के साथ बालाजी स्वर्ण सिंहासन पर विराजमान होंगे। इनके समक्ष अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त देश के चोटी के भजन गायक रिझायेंगे।
इनकी प्रतिनिधि संत षिरोमणी परम श्याम भक्त उषा बहिन नई दिल्ली नजफगढ़ स्थित छोटा खाटू धाम से स्वयं पहली बार श्याम दरबार में मौजूद रह चमत्कारिक मोर थड़ी के स्पर्श का भक्तों का सौभाग्य बांटेगी। होटल आमंत्रण में आयोजित पत्राकार वार्ता में संस्था के अध्यक्ष एवं डीके खेडा, प्रवक्ता नारायण अग्रवाल ने बताया कि सुरों के जादूगर नई दिल्ली के कुमार शिव, गुड़गांव के नरेश सैनी, कोटा की ट्विंकल शर्मा, मंच संचालन के लिये नई दिल्ली के गायक महावीर अग्रवाल तथा 750 से अधिक स्वरचित भजनों की रचना एवं गायन करने वाले श्याम गीतकार, संगीतकार एवं गायक जयपुर के निजाम भाई, बिन्दू भाई, आजम भाई अपनी आर्केस्ट्रा बैण्ड पार्टी एवं संगीतकारों के दल के साथ भजनों की अमृत वर्षा करेंगे।
महाआरती आकर्षण का केन्द्र : श्याम संध्या रीत अनुसार प्रारम्भ एवं समापन प्रथम पूज्य गणपति, खाटूश्याम बाबा, महादेव एवं सालासर हनुमान की प्रार्थना-स्तुति एवं महाआरती से होगी। सभी गायक सामूहिक रूप से इसे अंजाम देंगे। प्रारम्भ एवं समापन अदभुत, अलौकिक एवं अविस्मरणीय होगा। उगते चांद की मधुर चान्दनी के समक्ष तथा अन्तिम चरण में ढलते चांद की लालिमा के बीच होने वाली इस रस्म का महाआनंद मौजूद सभी आगन्तुक स्वयं भी ले सकेंगे। भक्त भी अपने साथ अपने हाथ स्वयं द्वारा लायी गई सुसज्जित दीपक आरती थाल से संध्या एवं मंगला आरती का सौभाग्य प्राप्त कर सकेंगे। हजारो हाथो में सज्जित आरती थाल, कूपर, धूप-बत्ती, लोबान की अलौकिक सुगन्ध से वातावरण र्स्वागीक आनन्द की अनुभूति कराएगा। इनके द्वारा पदराई पुष्प पुष्पांजलि श्याम दरबार में अर्पित की जायेगी।
छप्पन भोग महाप्रसाद का होगा वितरण : प्रभु के प्रिय भोजन सवामणी चूरमा, मक्खन, केसर दुध, खीर, पंचामृत, पान बीडा, खोपरा-नारियल सभी प्रकार के सूखे मेवे, ताजा मौसमी फल, छप्पन प्रकार के मिष्ठान एवं व्यंजनो का छप्पन-भोग महाप्रसाद दरबार में सजाया जायेगा। छप्पन महिलाएं एवं युवक-युवतियां केसरिया वेश में इन्हें सिर पर धारण मोरपंखी की छाया में इन्हे प्रसाद कक्ष से श्याम दरबार में ढोल नगाड़ों के मध्य मनुवार सहित परोसेगी। अखण्ड ज्योत में अनवरत छप्पन भोग की आहुतियां पदराई जाएगी वही उपस्थित भक्तो को भजन अमृत वर्षा एवं महाआरती पश्चात् प्रसाद रूप में भोग वितरित किया जायेगा। दर्शनोपरान्त भी भक्तों को प्रसाद रूपी प्रभावना वितरित की जायेगी। जोधपुर, बीकानेर से आये प्रतिष्ठित संस्थानों के 21 से अधिक कुशल कारीगरों द्वारा छप्पन भोग महाप्रसाद का निर्माण कार्य तेजी पर है जो 14 मई की शाम तक तैयार होगा।
श्याम दरबार में उनके साथ, गणपति, सालासर, बालाजी, तिरूपति बालाजी भी विराजमान होंगे। 51 फीट ऊंचाई पर, गणपति, बालाजी एवं श्याम ध्वजाएं फहरायेगी।
भजन गायकों के लिए भव्य रेम्प : मंच के नीचे आर्केस्ट्रा कलाकारों, प्रेस एवं इलेक्ट्रोनिक मिडीया के लिए 80 फीट लम्बी चार फीट चौडी गैलेरी होगी। मंच के सामने भजन गायको के लिए 50 फीट लम्बा छह फीट चौडा तथा 6 फीट उंचा रेम्प होगा। रेम्प के मध्य में पुनः 20 बाई 20 का मंच होगा जिस पर गायक नाचते-गाते तथा झुमते हुए दर्शको के निकटतम पहुंच उन्हे भजनो की सरिता में गौते लगवायेंगे।
जित देखो तेह श्याम : संध्या में अनेक भक्त राधा-कृष्ण, मीरा, सुदामा, ग्वाल-बाल, गोपियों की वेशभूषा धरकर आते हैं। इस बार सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा एवं नृत्य करने वालो का ट्रस्ट द्वारा चयन कर उन्हें सम्मानित किया जायेगा।
इत्र एवं गुलाब पंखुडियों की होगी वर्षा : प्रभु के दरबार के समक्ष, भजन गायकों एवं भक्तजनों पर अनवरत-अविराम विद्युत चलित जेट फव्वारों द्वारा गुलाब की पंखुडियों एवं अनेक व्यक्तियों द्वारा स्प्रिंकलर से मुम्बई, अजमेर एवं ब्यावर से लाये गये इत्र एवं सुगन्धित दिव्य पदार्थों की वर्षा की जाएगी।
जयपुर से आयेगा संगीतकारों का दल : देश के प्रसिद्ध श्याम संगीतकार गोपाल एण्ड पार्टी अपने कुशल आकेस्ट्रा एवं संगीत कलाकारों, तबला वादकों एवं साजो सामान के साथ आ रहे हैं। ये संगीत की सुमुधर स्वर लहरियों पर गायकों के साथ अदभुत संगम करेंगे वही अपनी कव्वाकलीनुमा शैली की गायिकी के जलवे भी बिखेरेंगे।
श्याम प्याऊ एवं श्याम रसोडे के लगेंगे भण्डारे : हजारों भक्तों की सुविधा हेतु उनके लिए यहां अनेक श्याम रसोड़े एवं भण्डारे में निशुल्क सब्जी-पुडी, पोहा, हलवा, चाय, छाछ, कचोरी, शीतल जल एवं मिल्क रोज महाप्रसादी की भी व्यवस्था की जा रही है।