‘लेट्स कनेक्ट‘ पर तेरापंथ किशोर मंडल के राष्ट्रीय अधिवेशन का समापन
उदयपुर। महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि किशोर तो देश के भविष्य की नींव है। वहां से आगे युवा की सीढ़ी चढ़ते ही आप देश का भविष्य बन जाएंगे। हमारे युवा अत्यधिक प्रतिभाशाली हैं। यही कारण है कि आज कोई देश ऐसा नहीं है जहां हमारे यहां का युवा डॉक्टर, इंजीनियर, एन्टरप्रेन्योर न हो।
वे सोमवार शाम अणुव्रत चौक स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित तेरापंथ किशोर मंडल के 11 वें राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप् में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आप जिस मेवाड़ में आए हैं, यहां के इतिहास के बारे में भी जानने का प्रयास कीजिएगा। पन्नाधाय का संभवतः पूरे विश्व में एकमात्र अप्रतिम उदाहरण है जिसने राजवंश के कुंवर उदयसिंह को बचाने के लिए अपने एकमात्र पुत्र का बलिदान कर दिया। बाद में उदयसिंह ने उदयपुर की स्थापना की।
मोटीवेशनल स्पीकर और भारतीय जैन संघटना के राष्ट्रीय महामंत्री राजेन्द्र लुंकड़ ने कहा कि भगवान यदि मुझसे कुछ कहे कि क्या चाहते हो तो मैं एकमात्र किशोरावस्था वापस चाहता हूं क्योंकि यही वह उम्र है जिसमें सम्पूर्ण जीवन जीया जा सकता है। गुरु का जीवन में क्या महत्व है, यह कभी नहीं जाना जा सकता। गुरु के लिए उसके जीवन में शिष्य से अधिक कुछ मायने नहीं रखता। गुरु की परिभाषा सीखने में ही हमें बरसों लग जाएंगे। देश में 65 प्रतिशत युवा है लेकिन जैन समाज में यह आंकड़ा 72 प्रतिशत है। एक व्यक्ति यदि ठान ले तो क्या कुछ नहीं कर सकता। बड़े-बड़े आविष्कार, चमत्कार किसी समूह ने नहीं बल्कि एक व्यक्ति ने किए। कुछ भी काम करने के लिए भौतिक सुख-सुविधाओं की नहीं बल्कि हौसले की जरूरत होती है। अवसर के साथ चुनौतियां भी है। अवसरों के साथ चुनौतियां भी हैं। संस्कार, परिवार और समाज के सहयोग के बिना कुछ भी संभव नहीं है।
तेरापंथी सभा के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कहा कि सीखने और सिखाने की उम्र कभी खत्म नहीं होती। आप सभी में असाधारण प्रतिभा है और यह यहीं तक सीमित न रहे। कश्मीर से चेन्नई तक लेट्स कनेक्ट की थीम के इस अधिवेशन का मकसद दिखना चाहिए। कहीं भी जाएं, हमें यह लगना चाहिए कि हमारा कोई न कोई भाई हर जगह मौजूद है।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भलावत ने अधिवेशन का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि दो दिन के इस अधिवेशन में हमने प्रयास किया कि आपको हर तरह की यहां सुख सुविधा मिले। क्विज, धर्मसंघ, मोटीवेशनल स्पीकर, धार्मिक सत्रों के साथ मनोरंजक कार्यक्रम भी हुए तो ज्ञानवर्धक कार्यक्रम भी हुए। मैं उदयपुर तेरापंथ युवक परिषद और तेरापंथ किशोर मंडल का आभार व्यक्त करता हूं कि जिनकी वजह से 950 से अधिक किशोरों के इस अधिवेशन का सफलतापूर्वक आयोजन किया। उन्होंने उदयपुर तेयुप के रवि जैन को अभातेयुप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सदस्य मनोनीत करने की घोषणा भी की।
तेरापंथ युवक परिषद उदयपुर के अध्यक्ष दीपक सिंघवी ने कहा कि अधिवेशन की जिम्मेदारी उदयपुर तेरापंथ युवक परिषद को दी, इसके लिए सभी बड़े पदाधिकारियों और आचार्य श्री का आभार। आपको किसी भी तरह की परेशानी होने पर तेयुप अध्यक्ष होने के नाते मेरी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। आपके साथ जो कुछ अच्छा हुआ, वो अपने साथ ले जाएं और खराब यहीं छोड़ दें।
इस अवसर पर अलग अलग श्रेणियों में विजेता रहने पर किशोर मंडलों को पुरस्कृत भी किया गया। बेस्ट डेब्यू का अवार्ड बेदलावर, सेवा, संस्कार और संगठन के लिए जलगांव, रास्ते की सेवा के लिए चेन्नई, विजयनगर (बेंगलुरु), रामनगर और बालोतरा, आउटस्टैंडिंग परफॉर्मेंस के लिए अहमदाबाद, डिजाइनिंग के लिए सूरत और उधना के किशोर मंडल को अवार्ड प्रदान किए गए।
अभातेयुप के महामंत्री विमल कटारिया, किशोर मंडल प्रभारी श्रेयांस कोठारी, कोषाध्यक्ष नवीन वागरेचा, सह प्रभारी अरूण सेठिया, तरीन मेहता, नवीन जैन, राहुल मेहता, अर्पित नाहर आदि का सक्रिय सहयोग रहा। समारोह का संचालन नवीन वागरेचा ने किया।
परिषद के मंत्री अजीत छाजेड़ ने बताया कि इससे पहले सुबह के सत्र में आरजे निखिल ने रेडियो जॉकी बनने के गुर सिखाए वहीं योग एवं मेडिटेशन प्रशिक्षक संगीता पोरवाल ने शरीर स्वस्थ रखने के लिए योग और प्रेक्षाध्यान के प्रयोग बताए। उन्होंने बताया कि 17 मई को सभी आगंतुक किशोरों को उदयपुर एवं आसपास के क्षेत्रों का भ्रमण कराया जाएगा।