उदयपुर। वैशाखी पूर्णिमा पर आनंद मार्ग प्रचारक संघ, उदयपुर डायोसिस यूनिट की तरफ से मार्गगुरु श्री श्री आनंदमूर्ति जी का 95 वां जन्मदिवस टेकरी-मादरी रोड स्थित जागृति परिसर में हर्षोल्लास से मनाया गया।
भुक्ति प्रधान डॉ. एसके वर्मा ने बताया की मार्गगुरु के ९५वें जन्मदिवस पर पुरे महीने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए। सुबह पांच बजे गुरु सकाश और पांचजन्य के बाद ‘बाबा नाम केवलम’ अष्टाक्षर सिद्ध महामंत्र जप के साथ प्रभात फेरी द्वारा जन्मदिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया. तत्पश्चात, धर्मचक्र, मिलित गुरुपूजा और वर्णाध्यान, स्वाध्याय और आनंद वाणी पाठ हुआ. कार्यक्रम में सम्मिलित साधकों को प्रातः सात-आठ बजे तक योगासन जैसे दीर्घ प्रणाम, भुजंगासन, योग मुद्रा, शवासन तथा तांडव और कौशिकी नृत्य अभ्यास कराया गया।
प्रातः नौ से बारह के प्रथम सत्र में मार्गगुरु के विभिन्न अवदानों जैसे नूतन आशावाद से परिपूर्ण प्रभात संगीत, सामाजिक-आर्थिक दर्शन प्रउत और नव्य-मानवतावादी शिक्षा, माइक्रोवाइटा सिद्धांत, राजाधिराज योग, दैनिक जीवन में उपयोगी षोडश विधि, ‘बाबा नाम केवलम’ अष्टाक्षर सिद्ध कीर्तन इत्यादि पर सामूहिक चर्चा की गयी जिसमे ओंकार लाल शर्मा, गिरधारी लाल सोनी, इन्दर सिंह राठौर, मोड़ सिंह, डॉ. कैलाश चौधरी, डॉ. वर्तिका जैन ने अपने विचार रखे. प्रथम सत्र की अध्यक्षता अवधूतिका आनंद कृष्णा आचार्या ने की और उन्होंने मार्ग गुरु से सम्बंधित अपने संस्मरण बताये।
दूसरे सत्र में प्रभात संगीत और मार्गगुरु के जीवन पर आधारित विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित की गयी जिसमे विजेता प्रतिभागियों को अंत में सम्मानित किया गया. द्वितीय सत्र की अध्यक्षता श्री जी. एल. वर्मा ने की। कार्यक्रम का समापन अपराह्न तीन बजे आवर्त कीर्तन, सामूहिक धर्मचक्र, गुरुपूजा, स्वाध्याय पाठ के साथ ही मिलित भोजन से हुआ। कार्यक्रम में उदयपुर, भिंडर, कानोर, खेताखेरा,भीलवाड़ा, सलूम्बर इत्यादि से आये लगभग सौ साधकों ने मार्गगुरु द्वारा दिए गए विभिन्न जनकल्याणकारी विचारों का नियमित रूप से पालन करने के साथ ही जन-जन तक पहुँचाने का संकल्प लिया