अब रोबोटिक फेम्टो लेज़र से मोतियाबिंद ऑपरेशन
उदयपुर। संभाग मे बढ़ते मोतियाबिंद रोगियों को ऑपेरशन में कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए कोठारी आई हॉस्पिटल रोगियों को मोतियाबिंद ऑपरेशन में अत्यधिक कारगर रोबोटिक लेज़र पद्धति लाने वाला दक्षिण राजस्थान में प्रथम हॉस्पिटल बन गया है।
कोठारी आई हॉस्पिटल के निदेशक डॉ.अनिल कोठारी ने बताया कि इस पद्धति से ऑपेरशन की प्रक्रिया अत्यधिक सरल, सुरक्षित एवं सटिक हो जाएगी। केटलिस फेम्टो लेज़र द्वारा मोतियाबिंद के ऑपरेशन के काफी कार्य जो सर्जन औजारों द्वारा अपने हाथ से सम्पन्न करते थे वे ही कार्य अब रेाबोटिक फेम्टो लेज़र द्वारा बेहतर एवं सटिक तरीके से सिर्फ 50 से 60 सेकण्ड में ही पूर्ण कर दिये जाते है।
उन्होंने बताया कि इस मशीन के जरिये मरीज की आंख में थ्री डी फोटो लेकर सर्जन ऑपेरशन का प्रारूप तैयार कर लेते है और बिना कोई चीरा लगाये प्राकृतिक लैंस में एंटिरियर केप्सूलोटोमी न्यूक्लियस फ्रेगमेन्टेशन (टुकड़े) कर दिये जाते है। न्यूक्लियस को सोफ्ट कर दिया जाता है और फिर बहुत ही आधुनिक एवं उन्नत फेको मशीन सिक्गनेचर द्वारा प्राकृतिक लैंस के टुकड़ों को साफ कर उच्च गुणवत्ता वाले यूनिफोकल, मल्टीफोकल, टोरिक एवं एकोमोडोटिव लैंस लगा दिये जाते है।
डॉ. कार्तिकेय कोठारी ने बताया कि यह फेम्टो लेज़र सिस्टम यू.एस.-एफ.डी.ए. द्वारा मान्यता प्राप्त है और पूर्व में इस पद्धति से हजारों सफल ऑपेरशन किये जा चुके है। इस विधि से मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान होने वाली जटिलताएं काफी कम हो गयी है तथा कठोर से कठोर मोतियाबिंद के ऑपेरशन भी इस मशीन द्वारा द्वारा आसानी से किये जा सकते हैं, जो पूर्व में साधारण मशीन से संभव नहीं थे।