उदयपुर। केन्द्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की राज्यि की परामर्शदात्री समिति में सदस्य के रूप में उदयपुर के रमेश वैष्णव को मनोनीत किया गया है।
नियुक्ति के बाद पहली बार यहां पत्रकारों से मुखातिब वैष्णव ने बताया कि उनकी नियुक्ति दो वर्ष तक रहेगी। उनके जिम्मे खाद्यान्न की खरीद एवं वितरण, खाद्यान्न की गुणवत्ता , उसका भंडारण, अंत्योदय, बीपीएल और एपीएल परिवार, खाद्यान्न एवं विभिन्न सामाजिक योजनाओं में खाद्यान्न का आवंटन, उठाव और वास्त विक वितरण आदि की टारगेटेड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (टीडीपीएस) के तहत जानकारी रखना होगा। इसके अलावा स्टॉक का निस्तारण और विभाग से सम्बन्धित अन्य मामलों का भी निस्तारण किया जाएगा।
एफसीआई के गोदामों की समय-समय पर देखरेख व निरीक्षण किया जाएगा ताकि गेहूं खराब होने व सडऩे की शिकायत से निजात पाई जा सके। विभाग के क्रिया-कलापों में सुधार और उन्हें उन्नत करने के प्रयास किए जाएंगे। गोदामों में भण्डारण की व्यवस्था उचित हो, इसके समुचित प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ जनसेवा था, है और रहेगा। खाद्य निगम का गठन किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए, देश में खाद्यान्न का वितरण सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए किया गया था। अब इसे चलाने के लिए जनप्रतिनिधियों के रूप में जमीन से जुड़े व्यक्ति का मनोनयन किया जाता है ताकि किसानों के अधिकारों की सुरक्षा हो और उन्हें समुचित अधिकार मिले। उन्होंने बताया कि भण्डारण सुविधा अत्याधुनिक तरीके से की जाएगी ताकि खराब होने वाले अनाज को बचाया जा सके। नये स्टोरेज यथासंभव अनाज मण्डी के पास हों ताकि किसानों को अत्यधिक सुविधा मिल सके। इससे सरकार की लागत में भी कमी आएगी। एफसीआई में होने वाली अनाज की चोरी के लिए समस्त विभागों को ऑनलाइन कराने का प्रस्ताव दिया जाएगा ताकि आंकड़े जनता के सामने उपलब्धि हो सके। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय आयेाग के अध्यक्ष बलवीरसिंह राजावत ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर तुषार मेहता, महेन्द्रसिंह शक्तावत सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद थे।