चातुर्मास के दौरान बहेगी धर्म की गंगा
उदयपुर। श्री आदिनाथ दिगम्बर चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा श्रमणाचार्य 108 गुरूदेव सूरिगच्छाचार्य श्री विमद सागर महाराज का 22 वां पावन वर्षायोग हिरणमगरी से.11 स्थित आदिनाथ भवन में आयोजित किया जाएगा। जिसके लिए विमद सागर महाराज का चातुर्मास प्रवेश संतोषनगर स्थित वासूपूज्य मंदिर से आदिनाथ भवन के लिए धूमधाम से होगा।
ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेन्द्र कोठारी ने आज यहंा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि चातुर्मास प्रवेश के लिए गुरूदेव विमद सागर महाराज अपने ससंघ सहित प्रातः 7 बजे कृषि मण्डी गेट से शोभायात्रा के रूप में प्रस्थान कर साढ़े आठ बजे आदिनाथ भवन पंहुचेंगे। जहंा बाद में धर्मसभा का आयोजन होगा। विमद सागर महाराज एवं उपाध्याय मुनि अनुभव सागर महाराज का एतिहासिक मिलन प्रातः साढ़े सात बजे हिरणमगरी से.11 स्थित अग्रवाल धर्मशाला के वहंा होगा।
चातुर्मास के दौरान आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कोठारी ने बताया कि 19 जुलाई को गुरूदेव विमद सागर महाराज के सानिध्य में गुरू पूर्णिमा उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर गुरूपूजन एवं गुणानुवाद सभा आयोजित होगी। 20 को वीर शासन जयन्ती मनायी जाएगी जिसमें भगवान महावीर का विशेष पूजन के साथ ही विशेष प्रवचन भी होगा।
उन्होेंने बताया कि 24 जुलाई को आदिनाथ भवन में चातुर्मास कलश समारोह दोपहर 1 बजे आयोजित किया जाएगा। जिसमें ध्वजारोहण,मंगल कलश बोली लगायी जाएगी। 25 जुलाई से 3 सितम्बर तक प्रतिदिन प्रातः 8 बजे भक्तामर सम्यकज्ञान शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भक्तामर के प्रत्येक काव्य का विस्तृत में प्रशिक्षण दिया जाएगा। 4 सितम्बर को भक्तामर विधान का पूजन होगा एवं 5 सितम्बर को भक्तामर विधान की शोभायात्रा निकाली जाएगी।
इस दौरान बीच में 9 अगस्त को मुकट सप्तमी भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाणोत्सव मनाया जाएगा। 18 अगस्त को रक्षाबन्धन पर्व एवं भगवान श्रेयंासनाथ का निर्वाणोत्सव मनाया जाएगा। 6 से 15 सितम्बर तक पयुर्षण पर्व के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम आचार्यश्री के सानिध्य में होंगे। जिसमें विशेष रूप से भगवान महावीर का पंचामृत अभिषेक, शान्तिधारा,महाआरती, आचार्यश्री के विशेष प्रवचन एवं स्वाध्याय तथा शाम को संास्कृतिक आयेाजन होंगे।
17 सितम्बर को पयुर्षण महापर्व की समाप्ति पर भगवान की पालकी एवं शोभायात्रा तथा क्षमावाणी पर्व मनाया जाएगा। 30 अक्टूबर को भगवान महावीर का निर्वाणोत्सव एवं वर्षायोग निष्ठापन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें भगवान महावीर का विशेष पंचामृत अभिषेक कर निर्वाण लड्डू चढ़ाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 9 नवम्बर को आचार्यश्री विमद सागर महाराज का 40 वंा अवतरण दिवस मनाया जाएगा। तत्पश्चात आचार्यश्री का पिच्छी परिवर्तन कार्यक्रम का आयोजन होगा। चातुर्मास के दौरान प्रतिदिन प्रवचन प्रातः 8 बजे से होंगे।