मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष आज उदयपुर में
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय की ओर से ‘‘माता पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007’’ के 10 वर्षीय कार्यक्रमों की समीक्षा पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार शुक्रवार से राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के प्रतापनगर स्थित आईटी सभागार में सुबह 11 बजे होगी।
गुरूवार को आयोजित प्रेसवार्ता में सेमीनार संयोजक ने बताया कि सेमीनार का उद्घाटन सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्तस न्यायाधीश एवं पूर्व अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग केजी बालकृष्णन करेंगे। मुख्य वक्ता राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एनएन माथुर होंगे। वरिष्ठ नागरिक महासंघ के अखिल भारतीय अध्यक्ष डीएन चापके एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुगन भाटिया सेमीनार को सम्बोधित करेंगे। समारेाह के विशिष्टप अतिथि प्रो. अमरजीत सिंह खेरा पूर्व कुलपति पंजाब कृषि विवि होंगे। अध्यसक्षता राजस्थायन विद्यापीठ के कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत करेंगे।
प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि सेमीनार में माता पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण एक्ट 2007 की समीक्षा एवं उस पर विस्तृत चर्चा की जायेगी। उन्होंने बताया कि समाज में वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती उपेक्षा के मद्देनजर पारित यह एक्ट कितना कारगर सिद्ध हुआ है इस पर भी चर्चा की जायेगी। समापन शनिवार को होगा जिसके मुख्य अतिथि एमपीयूटी के कुलपति प्रो. उमा शंकर शर्मा तथा विशिष्टस अतिथि निलेश जी. नलवाया राजस्थान हेड – हेल्पेज इंडिया होंगे।
इन पर होगा मंथन : सेमीनार में भरण पोषण अधिनियम के क्रियान्वयन पर राज्यवार प्रस्तुति, परामर्श न्यायिक विनिश्चिय ( भरण पोषण, सम्पत्ति की पुनर्प्राप्ति व दंडात्मक कार्यवाही) तथा भरण पोषण हेतु अपील, सेवाओं के लिए प्रस्तावित प्लान (जिसमें वृद्धाआश्रम की स्थापना, स्वास्थ सेवाएं एवं जीवन सम्पत्ति की सुरक्षा सम्मिलित) के सम्बंध में वैधानिक प्रावधान तथा भरण पोषण अधिनियम 2007 में अनुशंसाओं के सम्बंध में सुझाव पर मंथन होगा।