आदिवासी अधिकार राष्ट्रीय मंच का शिक्षण शिविर का समापन
उदयपुर। आदिवासी अधिकार राष्ट्रीय मंच की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बृन्दा करात ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था पर बडे पूंजीपतियों, सामंतों एवं विदेशी पूंजी का कब्जा है, जिसकी वजह से देश की जनता का शोषण हो रहा है। देश की बहुसंख्यक शोषित जनता के हिस्सा आदिवासी को संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करते हुए शोषण के खिलाफ देशव्यापी संघर्ष का हिस्सा बनना होगा।
वे मंच की ओर से 10 राज्यों से अधिक के प्रतिनिधियों का तीन दिवसीय शिक्षण शिविर के समापन समारोह को संबोधित कर रही थीं। आदिवासी युवाओं की समस्याओं एवं मुद्दों पर शिविर में उपस्थित युवा प्रतिनिधियों, जिनका नेतृत्व जसविंन्दर सिंह मध्य प्रदेश ने किया, को कमेटी ने आदिवासी छात्रावासों में छात्रों पर दिये जाने वाले बजट की कटौती, छात्रवृतियों की बढोतरी नहीं करने, स्कूलों एवं कॉलेजों में शिक्षकों की कमी, रोजगार के मुद्दों, खेल प्रतिभाओं की सुविधा बढाने को लेकर संघर्ष करने की रूपरेखा तैयार की।