विश्व स्तनपान सप्ताह, वर्कशॉप में आशा सहयोगिनियां हुई शामिल
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल में 1 से 7 अगस्त तक मनाए जाने वाले स्तनपान सप्ताह के दौरान स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की ओर से आयोजित वर्कशॉप में पेसिफिक मेडिकल विश्वपविद्यालय के वाइस चांसलर डॉ. डीपी अग्रवाल ने कहा कि मां का दूध नवजात शिशु के लिए प्रथम टीका है।
यह बच्चों के लिए सर्वोतम आहार है। वर्कशॉप के दौरान स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राजरानी शर्मा ने मां के दूध के महत्व के बारे में आशा सहयोगिनियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हर साल 110 करोड़ लीटर मां का दूध बर्बाद होता हैं। अगर इस दूध का सही इस्तेमाल हो तो हर साल 10 लाख बच्चो की जान बचायी जा सकती है। स्तनपान बच्चों को निमोनिया एलर्जी एवं दस्त जैसी बीमारियों से न केवल बचाता है साथ ही गर्भावस्था के दौरान महिलाओ के शरीर में आए शारीरिक बदलाव को भी पुनः पहले जैसा बनाता है। डॉ.राजरानी ने स्पष्ट किया कि स्तनपान महिलाओं को स्तन एवं अण्डकोष के कैन्सर से बचाता है साथ ही बच्चों के आईक्यू लेवल को बढाता है। इस अवसर पर डिप्टी मेडिकल सुपरिन्टें डेन्ट डॉ. एसएस गुप्ता, डॉ. एसपी गुप्ता, डॉ. आरके सिंह, हॉस्पीटल के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष सहित आषासहयोगिनी एवं सभी नर्सिगकर्मी उपस्थित थे।