एसिड अटैक महिलाओं की सहायता का केन्द्र बिन्दु बनेगा
उदयपुर। पीड़ित और मुख्य रूप से एसिड अटैक महिलाओं के लिए महिला सशक्तिकरण के लिए स्थापित छांव फाउण्डेशन द्वारा संचालित शी रोज हैंगआउट कैफे राज्य का ऐसा प्रथम कैफे होगा जो उदयपुर में हाथीपोल स्थित अरवाना शॉपिंग डेस्टीनेशन में इसी माह में न केवल प्रारम्भ होगा वरन् यह राज्य की एसिड अटैक महिलाओं की सहायता के लिए केन्द्र बिन्दु भी बनेगा।
अमेरिका की राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा से अन्तर्राष्ट्रीय साहसिक महिला के खिताब से पुरूस्कृत शीरोज हैंगआउट ग्रुप की लक्ष्मी ने आज यहां आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि इस कैफे को खोलने के पीछे मुख्य उद्देश्य एसिड अटैक सर्वाइवर्स महिलाओं को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराना है।
उन्होंने बताया कि उदयपुर शहर एक पर्यटक स्थल है जंहा देश-विदेश के प्रतिवर्ष लाखों सैलानी आते है। ऐसे में इस केन्द्र बिन्दु से देश-विदेश में एसिड अटैक रोकने की मुहिम भी चलायी जाएगी, ताकि अपने राज्य एंव देश में जा कर वे इस मुहिम का हिस्सा बन सकें।
उदयपुर में इस कैफे से राज्य की उन एसिड अटैक सर्वाइवर्स महिलाओं को भी जोड़ा जाएगा जो अब तक संकोच के कारण घर की चारदीवारी से बाहर नहीं निकल पायी थी। जरूरतमंद ऐसी महिलाओं को यहां कार्य उपलब्ध करवा कर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत की जाएगी। यहां आमजन को कैफे की ओर से वेज फ्राइज, कॉफी, ब्रेवरेज और बेक्ड स्नेक्स को प्रस्तुत किया जाएगा। शीरोज हेंगआउट द्वारा यहंा आने वाले हर आमजन एवं एसिड अटैक सर्वाइवर्स महिलाओं के बीच एक सामन्जस्य स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा ताकि इस प्रकार की महिलाएं अपने भीतर छिपी हिचक को दूर कर सके।
उन्होंने बताया कि अधिकांश सर्वाइवर्स समाज की 13 से 30 वर्ष तक की बालिकाएं एवं महिलाएं काफी पिछड़ी स्थिति से सामनें आये है, जिन्हें सामान्य होने में 3 से 4 वर्ष लग जाते है। एसिड अटैक के बाद महिलाओं को समाज की एक अच्छी दृष्टि से नहीं देखता है। समाज की इसी सोच को दूर करने के लिए छांव फाउण्डेशन ने शिरोज हेंगआउट कैफ की शुरूआत की। इस कैफे में आ कर इस प्रकार महिलाएं अपने भविष्य को संवार कर समाज में आसानी से घुल मिलने की शुरूआत कर सकती है।
जहां एक ओर आम होटलों एंव रेस्टोरंेट संचालकों का मुख्य उद्देश्य अपने यहां लोगों को खाना परोसना होता है वहीं दूसरी ओर शीरोज हेंगआउट आमजन एंव एसिड अटैक सर्वाइवर्स महिलाओं को यह मौका उपलब्ध करा रहा है कि वे आकर एक अच्छे कार्य में सहभागी बनें।
एसिड अटैक मामलों में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा वर्ष 2013 में किये गये संशोधन के बाद छांव फाउण्डेशन ने वर्ष 2014 में शीरोज हैंगआउट नाम से पहला कैफे आगरा में खोला था। इस संशोधन के बाद अब से सैकड़ो केस दर्ज होने लगे है। देश का तीसरा व राजस्थान का प्रथम कैफे अरवाना में सैकण्ड फ्लोर पर खुलेगा।