उदयपुर में गवरी की धूम जारी
उदयपुर। उदयपुर जिले मेवाड़ के पारंपरिक लोकनृत्य गवरी की धूम जारी है। जिला प्रशासन, टीआरआई, नगर निगम एवं पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में गवरी की विशिष्ठ पहचान बनाने एवं पर्यटकों को लुभाने के उद्देश्य से शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर गवरी प्रदर्शन का दौर जारी है।
टीआरआई निदेशक बाबूलाल कटारा ने बताया निर्धारित कार्यक्रमानुसार शहर की प्रमुख झील फतहसागर के देवाली छोर पर शुक्रवार 2 सिंतबर से रविवार 4 सिंतबर तक गवरी का मंचन होगा। इस दौरान पंचायत समिति गोगुन्दा के गवरी दलों द्वारा गवरी मंचन होगा जिसमें 2 को मोडवा, 3 को नाल एवं 4 को उण्ड़ीथल गांव के गवरी कलाकार गवरी का मंचन करेंगे।
मंगलवार को शहर में हुआ गवरी का मंचन : जिले में मंगलवार को उदयपुर शहर के नाइयों की तलाई में मेरों का गुड़ा के गवरी दल द्वारा प्रदर्शन किया गया जिसमें कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से आमजन को मंत्रगुम्ध कर दिया।
बुधवार को विभिन्न स्थानों पर होगी गवरी : जिले में बुधवार को विभिन्न पंचायत समितियों में गवरी का मंचन होगा। जिनमें पंचायत समिति बड़गांव के चिकलवास व नाई, गिर्वा के डांगीयों की पंचौली, गोगुन्दा के वड़ाईवड़ला, कमोल, उपला घाटा, कुमावतों का गुड़ा, बगडुन्दा, मलारिया व मटावट, ऋषभदेव के चिकला शिव मन्दिर के पास व गडावन, पंचालय समिति सलुम्बर में नयागाँव, गरू चिबोड़ा, मरेला, धारोद व करगेटा, सराड़ा के पलोदड़ा तथा झाड़ोल के बाघपुरा, ड़ागोल क्षेत्र में गवरी नृत्य का आयोजन होगा।