भूख-प्यास से दम तोड़ रहे हैं आदिवासी
उदयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने आज उदयपुर पहुंचकर उदयपुर के ग्राम मादड़ी एवं नतियाथल पहुंचकर पिछले दिनों हुई बच्चों की मृत्यु पर शोक संतप्त परिजनों से मिलकर संवेदना प्रकट की।
कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज अहमद शेख ने बताया कि पायलट ने संवेदना प्रकट करने के पश्चात् उदयपुर सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि बड़े ही दु:ख की बात है कि आदिवासी क्षेत्र में इतनी मौतें हुई फिर भी सरकार की तरफ से अब कुछ हलचल हुई। संभागीय मुख्यालय के इतने पास आदिवासी क्षेत्र में तीन-तीन, चार-चार मौतें हो रही है, इससे बड़ी शर्म की बात नहीं हो सकती। इन क्षेत्रों की हालत इतनी खराब है कि लोगों को समय पर न तो राशन मिल पा रहा है एवं न ही पीने का साफ पानी। झोंपडिय़ों में अनाज रखने के लिए बर्तन तक नहीं थे। लोगों को कुएं का गंदा पानी पीने पर मजबूर होना पड़ रहा है। पीडि़त परिवारों को डराया, धमकाया जा रहा है। उन्हें हमें कुछ भी बताने से मना किया गया।
पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री यह दावा करना से नहीं चूकती कि रिसर्जेंट राजस्थान के माध्यम से तीन लाख करोड़ के एमओयू साईन कर रही है। राजस्थान बीमारू राज्यों की श्रेणी से बाहर आ गया है। दुनिया भर के देशों में घूम-घूम कर निवेश की बात कर रही है। जबकि हकीकत यह है कि अपने ही प्रदेश में लोग भूख और प्यास से दम तोड़ रहे हैं, सरकार के पास उनकी देखरेख के न साधन है और न इच्छा शक्ति।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार का तीन साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है पर उनके पास इतनी भी इंसानियत नहीं है कि प्रदेश में लगातार हो रही मौतों पर अंकुश लगाया जाए। जो भी हुआ गलत हुआ, उसकी जांच होनी चाहिए, दोषियों को सजा होनी चाहिए। पायलट ने कहा कि आरएसएस की परिभाषा में सेवा शब्द आता है परन्तु उदयपुर में आरएसएस की इतनी बड़ी मीटिंग होने के बावजूद कोई भी संचालक या प्रतिनिधि ने इन इलाकों में जाकर हालातों का जायजा लेने की कोशिश तक नहीं की। खुद को सरकार से अलग दिखाने के लिए जब जयपुर में मन्दिर तोड़े जाते है तो वहां चक्का जाम करते हैं, जब लेबर रिफॉर्म होती है तो बीएमएस उसके खिलाफ मोर्चा खोलती है। परन्तु गरीब लोगों की मौत पर उनकी करूणा जागृत नहीं होती। यदि उनमें पीडि़त परिवारों के प्रति थोड़ी भी संवेदना होती तो उनके घर जाकर सेवाभाव से मदद करते।
शेख ने बताया कि पत्रकार वार्ता के पश्चात् पायलट ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास के निवास पर जलपान कर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। तत्पश्चात् उदयपुर हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए प्रस्थान कर गए। इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल शर्मा, देहात अध्यक्ष लालसिंह झाला, पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, पीसीसी महासचिव गजेन्द्र सिंह शक्तावत, मांगीलाल गरासिया, गोपाल राय नागर, दरियाव सिंह चुण्डावत सहित अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।