उदयपुर। श्री चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मन्दिर चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से पर्युषण पर्व के दौरान आज हिरणमगरी से. 5 स्थित चन्द्रप्रभु मन्दिर में भगवान श्री चन्द्रप्रभु की 125 आरतियों के साथ महिलाओं ने प्रातःकालीन वेला में महाआरती की।
ट्रस्ट अध्यक्ष ओमप्रकाश गोदावत ने बताया कि महिलाओं ने सज-धज कर चन्द्रप्रभु के प्रभु के समक्ष भक्तिमय भजनों के साथ किये जा रहे नृत्य ने ऐसा मनोहारी दृश्य उपस्थित कर दिया मानो चतुर्थकालीन भगवान महावीर का समोशरण लगा हुआ हो और उसमें उसमें देवी-देवता नृत्य कर रहे हो। इस कार्य में सभी महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।
उन्होंने बताया कि प्रबन्ध कमेटी की ओर से श्रेष्ठ नृत्य करने वाली महिलाओं में से प्रथम पुरूस्कार रंजना कवालिया, द्वितीय मोनिका कंठालिया,एवं तृतीय पुरूस्कार सरोज झुठावत को प्रदान किया गया। इसके अलावा सभी प्रतिभागी महिलाओं को भी पुरूस्कृत किया गया। कमेटी के महामंत्री रमेश जूंसोत ने बताया कि इससे पूर्व क्षीरसागर से जल भर कर जुलूस के साथ भक्ति नृत्य करते हुए श्रावक-श्राविकाएं मंन्दिर पहुंचे थे।
कोषाध्यक्ष चन्द्रकुमार सागोटिया ने बताया कि महाआरती के अन्तर्गत नानालाल रठोड़िया के संयोजन में चन्द्रप्रभु युवा मंच चन्द्रप्रभु महिला मण्डल एवं अनेक संगठनों ने भाग लिया। गोदावत ने बताया कि गुरूवार को प्रातः मन्दिर में श्रीचन्द्रप्रभु का जलाभिषेक होगा तथा शाम को सभी जीवों से क्षमावाणी पर्व एवं पर्युषण पर्व की समाप्ति पर समापन समारोह आयोजित किया जाएगा।